बिहार
बिहार में लता मंगेशकर के निधन पर दो दिनों का राजकीय शोक, राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, सीएम बोले- उनका निधन अपूरणीय क्षति है
Renuka Sahu
7 Feb 2022 2:05 AM GMT
x
फाइल फोटो
स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर बिहार में दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। मं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर बिहार में दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से इस बाबत रविवार को अधिसूचना जारी कर दी गई है। विभागीय आदेश में कहा गया है कि भारतरत्न लता मंगेशकर का निधन छह फरवरी को हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने छह से सात फरवरी तक राष्ट्रीय शोक संसूचित किया है।
इसी के आलोक में बिहार में भी छह से सात फरवरी तक दो दिनों के लिए राजकीय शोक मनाने का निर्णय लिया गया है। इस अवधि में पूरे राज्य में उन सभी भवनों, जिन पर नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। इस अवधि में राजकीय समारोह, सरकारी मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे।
गौरतलब है कि बिहार में भी सुर सम्राज्ञी लता दी के प्रशंसक बड़ी तादाद में हैं। उन्होंने भोजपुरी गाने भी गाए जो हिट रहे। उनके निधन को संगीत क्षेत्र की अपूरणीय क्षति बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल फागू चौहान समेत तमाम नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर गहरा शोक व दुख व्यक्त किया है।
अपने शोक संदेश में सीएम ने कहा है कि लता मंगेशकर प्रख्यात पार्श्व गायिका थीं। उन्हें भारत रत्न, पद्मविभूषण, दादा साहब फाल्के पुरस्कार, फिल्मफेयर लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार सहित कई अन्य खिताबों से सम्मानित किया गया था। वे भारतीय संसद के उच्च सदन राज्यसभा की सदस्य रह चुकी थीं। सीएम ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति व उनके परिजनों व प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, 'स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी।'
Next Story