बिहार

पावापुरी में दो केंद्र सील तो हरनौत में टीम को देखते ही तीन संचालक हुए फरार

Admin Delhi 1
30 May 2023 7:13 AM GMT
पावापुरी में दो केंद्र सील तो हरनौत में टीम को देखते ही तीन संचालक हुए फरार
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नालंदा न्यूज़: जिला में चल रहे दर्जनों अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर एक साथ धावा दल की टीम ने छापेमारी की. इसमें पावापुरी, हरनौत, हिलसा, चंडी, अस्थावां, सरमेरा समेत कई प्रखंडों में छापेमारी में कई गड़बड़ियां पकड़ी. 12 केंद्रों को सील किया गया. पावापुरी मेडिकल कॉलेज से सटे उत्तर में दो केंद्र को सील किया गया. वहीं टीम की भनक लगते ही हरनौत में तीन अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालक फरार हुए.

हिलसा में सेंटर के अंदार अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट बनायी जा रही थी. बाहर में धावा दल की टीम पहुंच गयी. इन केंद्रों को सील कर दिया गया. छापेमारी के कारण अवैध चल रहे केंद्रों के शटर धड़ाधड़ गिरने लगे. कहीं रसीद नहीं तो कहीं बिना डॉक्टर के ही केंद्र चल रहा है. जिला में 102 केंद्र चलने की सूचना है. इनमें से 63 के पास ही निबंधन हैं. 39 केंद्र अवैध तरीके से चल रहे हैं. इसकी संख्या और भी बढ़ सकती है.

धावा दल की टीम ने पहले आम नागरिक बनकर पावापुरी मेडिकल कॉलेज के आस-पास चल रहे अल्ट्रासाउंड केंद्रों का मुआयना किया. साढ़े 10 से साढ़े 11 बजे तक इन केंद्रों पर चल रही गतिविधियों की पूरी जानकारी ली. इसके बाद बीडीओ निर्मल कुमार की अगुआई में छापेमारी की गयी. नालंदा अल्ट्रासाउंड सेंटर में डॉक्टर बैठे थे. धावा दल के सदस्य डॉ. राजीव रंजन के पुछने पर खुद जांच करने की बात कही. बाद में धावा दल के सदस्यों ने उन्हें हस्ताक्षर बनाने को कहा. पहले से जारी रिपोर्ट व उनके हस्ताक्षर नहीं मिले. इसपर पूछताछ शुरू हुई. इसमें उन्होंने कहा कि वे नियमित रूप से यहां नहीं बैठते हैं. उनका हस्ताक्षर कोई और करता है. जबकि, सिद्धी विनायक अल्ट्रासाउंड सेंटर में जांच से संबंधित किसी भी तरह की रिपोर्ट या कागजात नहीं मिले. दोनों को सील कर दिया गया है. अस्थावां में तीन केंद्रों को सील किया गया. इनमें से एक केंद्र पर मशीन खराब मिली. जबकि, अन्य दो पर कागजात सही नहीं थे. अस्थावां में तीन, चंडी में तीन, सरमेरा में दो, हरनौत में तीन समेत दर्जनों अल्ट्रासाउंड सील किया गया. प्रशिक्षु आईएएस दिव्या शक्ति ने भी कई सेंटरों पर छापेमारी की. इसमें गड़बड़ी भी पकड़ी. इसके बाद सेंटरों को सील कर दिया गया.

सीएस डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन की अगुआई में एक साथ यह अभियान चलाया गया है. इस तरह से मानकों की अनदेखी कर अल्ट्रासाउंड केंद्र चलाना गैरकानूनी है. मानक के अनुसार निबंधन लेने के बाद ही कोई इसे चला सकता है. आगे भी इस तरह की कार्रवाई चलती रहेगी. इसके लिए 20 विशेष धावा दल बनाया गया है. सारी जगहों से रिपोर्ट आ रही है.

इसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी.

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