बेगूसराय न्यूज़: दियारा से लौट रहे किसान के लिए तेज आंधी व वर्षा आफत बन गई. अत्यधिक तेज आंधी के कारण गंगा नदी में दो नाव पलटने से नाव पर लादे गए सैकड़ों क्विंटल गेहूं और परबल डूब गए. हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
लेकिन, किसानों के साल भर की मेहनत की फसल गंगा में प्रवाहित होने से पीड़ित परिवारों में मायूसी छा गई है. ग्रामीणों के अनुसार पूर्व वार्ड पार्षद भूषण सिंह एवं मधुरापुर निवासी संजीव सिंह की नाव में लगभग पांच सौ बोरे अनाज लाद कर गंगा नदी के रास्ते लाया जा रहा था. तभी अचानक उठी आंधी की चपेट में आने से नाव गंगा में डूब गयी. नाव पर सवार दर्जनों ग्रामीण जैसे तैसे जान बचाकर घर लौटे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तेज आंधी और वर्षा के साथ ओले भी गिरे. इससे नाव पर सवार लोगों ने पानी में छलांग लगा तैरकर अपनी जान बचाई. नाव में मधुरापुर निवासी पवन सिंह का भी गेहूं रखा गया था. पवन सिंह की पुत्री की शादी होने वाली है. वह बड़े अरमान से दियारा से अनाज ला रहे थे कि अनाज को बेचकर उसी पैसे से अपनी पुत्री की शादी करेंगे लेकिन नाव डूबने के साथ ही उनके अरमान भी टूट गए. ग्रामीणों ने बताया कि कर्ज लेकर गेहूं की फसल तैयार की थी. किसान नेता दिनेश सिंह ने डीएम से मांग की है कि नाव डूबने से किसानों को हुई क्षति के एवज में मुआवजा दिया जाए. किसानों की सालों भर की मेहनत आपदा की भेंट चढ़ जाने से उनका जीना मुश्किल हो जाएगा. ऐसे में प्रशासन व सरकार को चाहिए कि वह इनकी मदद करे. इलाके में भी किसानों के सैकड़ों बोरा अनाज के पानी में समा जाने से हुई नुकसान की चर्चा हो रही है. सभी राहत देने की मांग कर रहे हैं.