बिहार

शराबबंदी कानून: बीजेपी के दो बड़े नेता आ गए आमने सामने, जानें मामला

jantaserishta.com
7 Nov 2021 8:56 AM GMT
शराबबंदी कानून: बीजेपी के दो बड़े नेता आ गए आमने सामने, जानें मामला
x
शराबबंदी कानून पर निशाना साधा.

पटना: बिहार में पिछले दिनों कई जिलों में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद शराबबंदी कानून पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं. एक तरफ जहां विपक्ष ने बिहार में शराबबंदी कानून को पूरी तरह फेल बताया है, वहीं नीतीश सरकार की सहयोगी पार्टी बीजेपी के दो बड़े नेता भी इस मामले में आमने सामने आ गए हैं.

बिहार बीजेपी अध्यक्ष और सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने शनिवार को शराबबंदी कानून पर निशाना साधा. उन्होंने पुलिस प्रशासन और शराब माफिया के गठजोड़ का खुलासा करते हुए शराबबंदी कानून पर पुनर्विचार किए जाने की मांग उठाई. वहीं रविवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री और सांसद सुशील मोदी नीतीश कुमार के समर्थन में उतर गए. उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी शराबबंदी की पक्षधर है.
सुशील मोदी ने कहा कि जहरीली शराब पीने से बिहार में लोगों की मौत हुई है, इसका मतलब ये नहीं है कि बिहार में शराबबंदी खत्म हो जाएगी. बीजेपी बिहार में पूर्ण शराब बंदी के पक्ष में है. नीतीश सरकार शराबबंदी को और कड़ाई से लागू करने के लिए उचित कार्रवाई करे.
दूसरी तरफ सुशील मोदी ने सरकार से मांग की है कि जहरीली शराब कांड में जो भी दोषी हैं, उन्हें फांसी की सजा दी जाए. इसके साथ ही पूरे मामले का स्पीड ट्रायल कराया जाए. सभी दोषियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए राज्य सरकार पहल करे.
सुशील मोदी ने कहा कि पिछले दिनों जहरीली शराब कांड में जितने भी लोग मरे हैं, उनके परिवार को राज्य सरकार 4-4 लाख रुपये मुआवजा दे, क्योंकि इस कांड के लिए परिवार दोषी नहीं है. वहीं सुशील मोदी ने राज्य सरकार का बचाव करते हुए कहा कि जिन राज्यों में शराबबंदी नहीं है, वहां भी जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत होती है.
Next Story