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बिहार व पटना संग्रहालय को जोड़ने के लिए 2026 तक बनेगी सुरंग

Admin Delhi 1
11 Aug 2023 6:12 AM GMT
बिहार व पटना संग्रहालय को जोड़ने के लिए 2026 तक बनेगी सुरंग
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पटना: बिहार म्यूजियम व पटना संग्रहालय को जोड़ने पर अब 542 करोड़ खर्च होंगे. दोनों संग्रहालयों को सुरंग के माध्यम से जोड़ा जाएगा. पहले इस सुरंग के निर्माण पर 354 करोड़ खर्च होने थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गयी.

सीएम ने बिहार संग्रहालय के स्थापना दिवस समारोह में इस सुरंग के निर्माण के लिए धनराशि की कमी न होने देने की घोषणा की थी. उनके दोनों संग्रहालयों को भूमिगत मार्ग से जोड़ने की घोषणा के बाद इस योजना पर काम शुरू किया गया है. फिलहाल योजना निविदा प्रक्रिया में है. दरअसल, एक संग्रहालय आने वाले पर्यटक सहजता से दूसरे संग्रहालय को भी देख सकें, इसके लिए दोनों को 1.5 किलोमीटर लंबे भूमिगत मार्ग से जोड़ने की योजना है. सुरंग अंदर से 6.1 मीटर चौड़ा होगा. बाहरी आकार 8 मीटर का होगा.

सुरंग का निर्माण दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को दिया गया है. निर्माण तीन वर्षों में करने का लक्ष्य है. पटना संग्रहालय अंतरराष्ट्रीय बिहार संग्रहालय का अंग होगा व लोग एक टिकट पर दोनों म्यूजियम देख सकेंगे.

पटना के करमलीचक जोन में विश्व बैंक संपोषित एसटीपी यानी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के कार्य को पूर्ण करने के लिए पुनरीक्षित परियोजना लागत सेंटेज सहित 98.60 करोड़ की मंजूरी दी गयी. इसमें केन्द्रांश के रूप में 62.17 करोड़, जबकि राज्यांश के रूप में 36.43 करोड़ व्यय की मंजूरी दी गयी. इस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से प्रतिदिन 37 मिलियन लीटर गंदे पानी को शुद्ध किया जाएगा. साफ किए गए पानी को कृषि से लेकर विभिन्न कार्यों में किया जाएगा.

मेट्रो के टनल से ऊपर होगा संग्रहालय का भूमिगत सुरंग

संग्रहालय को जोड़ने वाला भूमिगत सुरंग जमीन से 15 से 20 मीटर नीचे होगा. वहीं मेट्रो की भूमिका टनल और संग्रहालय को जोड़ने वाली भूमिगत सुरंग के क्रासिंग पॉइंट के पास मेट्रो का भूमिगत टनल जमीन से 29 मीटर नीचे से गुजरेगी. बेली रोड के नीचे क्रासिंग पॉइंट पर इस भूमिगत सुरंग और पटना मेट्रो की सुरंग में लगभग 6.5 मीटर की दूरी होगा.

संग्रहालय को जोड़ने वाली सुरंग में कई सुविधाएं होंगी

बिहार संग्रहालय एवं पटना संग्रहालय को जोड़ने वाली भूमिगत मार्ग से कई तरह की आधुनिक सुविधाएं होंगी. इसका प्रवेश व निकास द्वार भवन के भूतल और प्रथम तल पर होगा. इसमें तीन-लेवल का बेसमेंट होगा. प्रवेश व निकास द्वार पर सुरक्षा जांच, सामान लिफ्ट सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं होंगी. यह सुरंग एक आर्ट गैलरी (कला वीथिका) की तरह होगा. इसमें मधुबनी पेंटिंग्स द्वारा राज्य की कला, संस्कृति, विरासत, भित्ति चित्र एवं अन्य कलाकृतियों को सुरंग की दीवारों पर प्रदर्शित किया जायेगा. इस तरह ये सुरंग दोनों संग्रहालयों को जोड़ने के अतिरिक्त कला प्रेमियों और अन्य आगंतुकों को भी आकर्षित करेगा. सुरंग पूर्ण रूप से वातानुकूलित होगा. सुरंग के दोनों सिरों पर दो लिफ्ट लगेंगे. जो लोग पैदल चलकर दूरी तय करना चाहेंगे उनके लिए सीढ़ियां एवं पैदल पथ होगा.

वहीं आगंतुकों के सुगम, सुविधाजनक एवं पर्यावरण अनुकूल आवागमन के लिए सुरंग में बैटरी चालित गोल्फ कार की सुविधा भी होगी.

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