मानव सभ्यता की शुरुआत से ही क्षय रोग एक सामाजिक एवं आर्थिक चुनौती रही है: संजय कुमार
छपरा न्यूज़: एनसीसी के ''क्षयरोग मुक्त भारत अभियान ''के तहत 1/7 कम्पनी एनसीसी राजेन्द्र कालेज छपरा में एक संगोष्ठी एंव पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षयरोग के कारण,बचाव और उपचार पर कैडेट्स को संबोधित करते हुए एनओ कैप्टन संजय कुमार ने कहा कि मानव सभ्यता के प्रारंभ से ही तपेदिक एक सामाजिक और आर्थिक चुनौती रहा है। आज भी बीमारियों से होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा मौतें क्षयरोग से ही होती है। इस संक्रामक रोग से सर्वाधिक पीड़ित लोग भारत में ही है।
अस्वास्थ्यकर परिस्थितियों में रहने वाले और कम पोषण युक्त आहार करने वाले लोग सहज ही इस बीमारी के शिकार हो जाते हैं। सामान्य लोग छींकनें ,खांसने और थूकने में सावधानी बरतें और संक्रमित लोग डॉट्स पद्धति की दवाएं नियमित रूप से खायें तो इस बीमारी पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।कालेज के प्राचार्य डाक्टर सुशील श्रीवास्तव ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि एनसीसी कैडेट्स सामाजिक जागरूकता अभियान के सबसे मजबूत संवाहक होते हैं।
जन जागरूकता से काफी हद तक क्षयरोग को नियंत्रित किया जा सकता है। भूगोल विभाग के प्राध्यापक डॉक्टर अनुपम कुमार सिंह ने क्षयरोग के प्रतिरक्षण पहलूओं पर प्रकाश डाला। पोस्टर प्रतियोगिता में कैडेट् सुप्रिया अंशिका खूशबू प्रीति अंजली गोल्डी ने अपने आकर्षक एंव संदेश युक्त पोस्टर से सबों की सराहना बटोरी।