भागलपुर न्यूज़: साहेबगंज के भूतनाथ रोड और दक्षिणी क्षेत्र के बबरगंज में भी ट्रांसफर स्टेशन बनेगा. तब शहर में चार ट्रांसफर स्टेशन हो जाएंगे. पहला ट्रांसफर स्टेशन लाजपत पार्क के पास बना है और दूसरा मुसहरी घाट में लगभग तैयार हो गया है. इन दोनों जगहों पर स्मार्ट सिटी की योजना से निर्माण कराया गया है. शेष दो जगहों पर नगर निगम अपने खर्चे पर निर्माण कराएगा.
ट्रांसफर स्टेशन बनने के बाद उसमें कूड़े संघनित करने के लिए कॉम्पैक्टर मशीन सहित अन्य उपकरण भी लगाए जाएंगे, ताकि एक तरफ से कूड़ा जाए और दूसरी तरफ से संघनित कर बाहर निकल जाएगा. कॉम्पैक्टर मशीन से कूड़ा निकलने के बाद डंप यार्ड तक ले जाने में काफी सहूलियत हो जाएगी. लगभग 10 ट्रेलर कूड़ा को संघनित कर कॉम्पैक्टर मशीन एक ट्रेलर बना देता है. मसलन जितने कूड़े को 10 ट्रिप में डंप यार्ड तक ढोया जाएगा, उतने ही कूड़े को एक बार में डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचाया जा सकेगा. फिर डंपिंग ग्राउंड में इसी कूड़े की प्रोसेसिंग की जाएगी. ट्रांसफर स्टेशन चालू हो जाने के बाद शहर की मुख्य सड़कों पर कूड़े का ढेर नहीं लगेगा. खासकर डिक्सन रोड की जो नारकीय स्थिति है, उससे निजात मिल जाएगी. सिटी मैनेजर विनय प्रसाद यादव ने कहा कि दो जगहों पर ट्रांसफर स्टेशन तैयार है. अब उसमें मशीनें लगायी जाएंगी. बबरगंज और भूतनाथ रोड में भी एक-एक ट्रांसफर स्टेशन बनेगा.
ट्रांसफर स्टेशन बना दोनों तरफ से जड़ दिया गया है ताला
स्मार्ट सिटी कंपनी से लाजपत पार्क के पास शहर का पहला ट्रांसफर स्टेशन बनाया जा रहा है. एक साल पहले इसका काम शुरू हुआ और बिल्डिंग सहित सिविल वर्क पूरा हो गया है. लेकिन इसके अंदर जो कॉम्पैक्टर सहित अन्य मशीनें लगायी जानी हैं, वह नहीं लगी हैं. नतीजा यह है कि भवन बनने के बाद इसमें ताला जड़ दिया गया है. ट्रांसफर स्टेशन नहीं बनने के कारण मध्य शहर के डिक्सन रोड में कूड़े की लोकल डंपिंग हो रही है और यहां की नारकीय स्थिति है.
मणिपुर की घटना के लिए सरकार जिम्मेदार जदयू
जदयू के जिला प्रवक्ता शिशुपाल भारती ने कहा कि भाजपा की सरकार की लापरवाही के चलते मणिपुर में हालात बेकाबू हो चुके हैं. कई दिनों से राज्य दो समुदायों के आपसी विवाद से जल रहा है. कई लोग मर चुके हैं और हजारों लोग अस्थायी टेंटों में रहने को विवश हैं. दूसरी तरफ सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है.