भागलपुर न्यूज़: ईस्टर्न रेलवे के अंतर्गत मालदा-साहिबगंज-भागलपुर-किऊल रेलखंड पर 130 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की तैयारी है. ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए ट्रैकों की स्थिति में और जरूरी इंतजाम होंगे. स्पीड बढ़ाने को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इस प्रक्रिया में छह महीने से साल भर का समय लग सकता है. यह बातें ईस्टर्न रेलवे के प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर अनिल कुमार दुबे ने भागलपुर स्टेशन पर निरीक्षण के बाद कही.
उन्होंने कहा कि भागलपुर-किऊल रेखखंड पर विंडो निरीक्षण के दौरान तकनीकी जरूरतों को देखा है. इसमें कई बिंदुओं पर सुधार की जरूरत है. इसके लिए संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं. भागलपुर पहुंचने पर प्रिंसिपल चीफ इंजीनियर स्टेशन की छत पर पहुंचे. वहां अपने अधिकारियों के साथ भागलपुर के री-डेवलपमेंट के मास्टर प्लान को लेकर चर्चा की. उन्होंने स्टेशन के आसपास अतिक्रमण को देख निराशा जाहिर की. उन्होंने 400 करोड़ से ज्यादा लागत से बनने वाले मल्टी स्टोरेज बिल्डिंग पर भी अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया. रात को स्टेशन पर की गई रोशनी की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया. इस दौरान एडीआरएम शिव कुमार प्रसाद, सीनियर डीई, सीनियर डीएमई, सीनियर डीएम, डीएन समेत एसएस पीके सिंह, पीके सिन्हा, पीडब्ल्यूआई आरके सिंह, आरपीएफ इंस्पेक्टर रणधीर कुमार, शिव शंकर सिंह, सीनियर सेक्शन इंजीनियर दिवाकर कुमार आदि मौजूद थे.
जमीन उपलब्ध कराने की कोशिश करने को कहा: पूर्व रेलवे कोलकाता के मुख्य अभियंता एके दुबे जमालपुर जाने के दौरान सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन पर रुके. 34 मिनट तक स्टेशन का निरीक्षण किया. स्टेशन के सौंदर्यीकरण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश अपने साथ चल रहे अधीनस्थ पदाधिकारी को दिए. इस दौरान उन्होंने साथ चल रहे पदाधिकारी को दो दिन के अंदर जिलाधिकारी से मिलकर जमीन को उपलब्ध कराने की कोशिश करने का निर्देश दिया.