भागलपुर न्यूज़: वाटर वर्क्स से सप्लाई किए जा रहे पानी में टर्बिडिटी यानी गंदलापन बहुत ज्यादा है. इसमें सुधार के लिए जल्द ही कई कदम उठाये जाएंगे. नगर आयुक्त डॉ. योगेश कुमार सागर ने पूरे वाटर वर्क्स प्लांट का गहन निरीक्षण किया. इंजीनियर और जलकल शाखा प्रभारी को पानी सैम्पल लेने को कहा और सभी को अपने साथ लेकर पीएचईडी के क्षेत्रीय जल जांच केन्द्र में पहुंच गए. सामने में पानी की जांच करायी तो पता चला कि गंदलापन की मात्रा बहुत अधिक है और इसे शुद्ध पेयजल की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता है. मालूम हो कि बरारी
नगर आयुक्त ने पीएचईडी के जल जांच केन्द्र इंचार्ज प्रवीण कुमार से इसके समाधान के बारे में सुझाव मांगा. कई बिंदुओं पर केमिस्ट ने सुधार के लिए सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि जिस पानी को साफ किया जा रहा है उसके डिमांड के अनुसार केमिकल की डोजिंग होनी चाहिए. अभी जो रिपोर्ट आ रही है उससे पता चलता है कि सही डोजिंग नहीं है. दूसरा महत्वपूर्ण बात यह कि सोर्स वाटर को जब वाटर वर्क्स के तालाब में लिया जाता है तो ऐसी स्थिति में जब सोर्स वाटर में गंदलापन अधिक है तो तालाब में सेटल होने के लिए समय देना होगा. नगर आयुक्त ने बुडको के इंजीनियर को वाटर वर्क्स में मिनी लैब बनाने का भी निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान जलकल शाखा प्रभारी सौरव कुमार भी मौजूद थे. नगर आयुक्त ने बुडको के इंजीनियर से कहा है कि किसी भी स्थिति में वाटर वर्क्स से पीने योग्य पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करें. निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने वाटर वर्क्स परिसर में बन रहे नए ट्रीटमेंट प्लांट का जायजा भी लिया.
● नगर आयुक्त ने पूरे वाटर वर्क्स का किया निरीक्षण, इंजीनियर के साथ पहुंचे पीएचईडी की लैब
● सुधार के लिए जल जांच केन्द्र से मांगे सुझाव, वाटर वर्क्स में मिनी लैब भी की जाएगी तैयार