x
राजधानी पटना समेत कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से मौसम काफी सुहावना बना हुआ है
पटना: राजधानी पटना समेत कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से मौसम काफी सुहावना बना हुआ है. इस बीच, मौसम विभाग ने पूरे बिहार में शनिवार को वज्रपात का अलर्ट (Bihar Weather Thunderstorm Lightning Alert) जारी किया है. शनिवार को तीन जिलों में भारी बारिश की आशंका (Rain Forecast In Bihar) है. मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में तेज हवाएं चलने और कुछ इलाकों में हल्की बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिल सकती है.
बिहार में आज बादल गरजने के साथ ठनका गिरने की आशंका : मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, पटना समेत पूरे बिहाक में अगले तीन से चार दिनों तक तेज हवाएं चलेगी. इनकी रफ्तार 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी. इसके अलावा बादल गरजने के साथ ठनका गिरने की भी संभावना हैं. जिसको लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है और लोगों से सावधान रहने की अपील की है.
तीन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट: मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि शनिवार को भभुआ, सासाराम और किशनगंज के कुछ इलाकों में तेज बारिश हो सकती है. इसी के साथ, 12 अगस्त और 14 अगस्त तक बिहार के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है. वहीं, 15 अगस्त के दिन भी कई जिलों में हल्की बारिश के आसार बने हुए हैं. हालांकि इस बीच तेज धूप के चलते तापमान में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है.
क्या होता है मौसम विभाग का अलर्ट: बता दे कि मौसम विभाग हर मौसम के हिसाब से तीन अलर्ट जारी करता है. यह तीन अलर्ट हैं रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट. इनके अलावा ग्रीन अलर्ट भी होता है, लेकिन उसका इतना महत्व नहीं है. आइए जानते हैं मौसम विभाग के इन अलग-अग रंग के अलर्ट का क्या मतलब होता है. इस प्रकार की वार्निंग जारी करने के पीछे सरकार और अन्य एजेंसियों का मकसद किसी भी तरह के खराब मौसम फिर चाहे वह गर्मी हो, सर्दी हो या बारिश हो से होने वाले जान और माल के नुकसान को कम करना होता है और इस प्रकार की सूचनाएं वाकई में लोगों की मददगार साबित होतीं हैं. चलिए समझते हैं कि आखिर मौसम विभाग की ओर से जारी किये जाने वाले अलर्ट का क्या मतलब होता है.
कब जारी होता है ग्रीन अलर्ट?: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ग्रीन अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम ठीक है. इस अलर्ट की वजह से कोई भयानक स्थिति पैदा नहीं हो रही. मौसम विभाग की ओर से इसको लेकर कोई खास अलर्ट जारी नहीं किया जाता है.
क्या है येलो अलर्ट?: मौसम विभाग के यलो अलर्ट का मतलब खतरे के प्रति सचेत रहें. यलो अलर्ट के तहत लोगों को सचेत रहने के लिए निर्देश दिए जाते है. यह अलर्ट जस्ट वॉच का सिग्नल है. क्योंकि कोई भी दिक्कत आ सकती है. येलो अलर्ट अनुसार, मौसम अधिक खराब हो सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए.
कब जारी होती है ऑरेंज अलर्ट?: ऑरेंज अलर्ट भारी बारिश के लिए चेतावनी जारी की जाती है. इसके बाद मौसम विभाग सचेत रहने के लिए जारी करता है. मौसम विभाग ऑरेंज अलर्ट जारी करता है. इसका मतलब आप को खराब मौसम के लिए तैयार रहने की जरूरत है. इसके लिए आप तैयार हो जाएं. मौसम ऐसे करवट लेता है जिसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है. तब इस तरह का अलर्ट जारी किया जाता है. खराब मौसम के लिए यात्रा कामकाज और दूसरी गतिविधियों में तैयारी रखने की जरूरत होती है.
कब जारी होता है रेड अलर्ट?: मौसम विभाग द्वारा रेड अलर्ट क्रिया या फिर एक्शन का वक्त होता है. रेड अलर्ट में अधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की जाती है. मौसम विभाग गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है. इस तरह का अलर्ट कम ही होता है. रेड अलर्ट के मायने हैं कि अब जान माल की सुरक्षा का समय आ चुका है. अक्सर इस अलर्ट के बाद खतरे के जोन में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाता है.
सोर्स- etv bharat hindi
Rani Sahu
Next Story