पटना न्यूज़: मुजफ्फरपुर में बरामद टाइम बम घातक नहीं थे. इसकी प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पटाखा में इस्तेमाल होने वाला विस्फोटक ही इसमें लगा था. इसके बनाने का मकसद डर फैलाना हो सकता है.
एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि बम को निष्क्रिय किया जा चुका है. इसमें कोई डेटोनेटर, स्विच या अन्य घातक विस्फोटक नहीं मिला है. इसमें लगी पाइप भी पीवीसी की थी, लोहे की नहीं. गिरफ्तार जावेद के भाई जैकी की गिरफ्तारी के बाद ही पता चल सकेगा कि बम किस मकसद से लाए गए थे. पुलिस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक टीम आगे की जांच में जुटी है. उन्होंने बताया कि जैकी गिरफ्तार आरोपित जावेद का भाई है. जावेद ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि जैकी ने ही उसे झोले दिए थे. एक में चरस था, जबकि दूसरे में टाइम बम रखे थे. एडीजी ने बताया कि फरार आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस और एटीएस की टीम छापेमारी कर रही है. एक टीम राज्य के अंदर के ठिकानों और दूसरी टीम यूपी के बुलंदशहर, महाराष्ट्र, कश्मीर और अन्य राज्यों में जा रही है.