बिहार

गोपालगंज में तीन युवक कोचिंग पढ़ने गए और वापस नहीं लौटे ,पुलिस मामले की जांच में जुट

Tara Tandi
17 May 2024 11:48 AM GMT
गोपालगंज में तीन युवक कोचिंग पढ़ने गए और वापस नहीं लौटे ,पुलिस मामले की जांच में जुट
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सारण : बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के तीन दोस्त बीते सोमवार को कोचिंग पढ़ने गए थे। सोमवार की सुबह से ही तीनों दोस्त लापता बताए जा रहे हैं। चार दिनों के बाद भी गायब छात्रों का कोई पता नहीं चल पाया। काफी खोजबीन के बाद परिजनों ने कुचायकोट थाने में अपहरण की आशंका जताते हुए शिकायत दी है। छात्रों के गायब होने की खबर पर पुलिस सतर्क हो गई है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर ताबड़तोड़ कार्रवाई में जुट गई है। सदर एसडीपीओ प्रांजल ने कुचायकोट थाना पहुंचकर परिजनों से लेकर उनके जुड़े लोगों से पूछताछ की। उसके बाद यूपी पुलिस को तस्वीर शेयर कर सहयोग की अपील की है।
एसपी स्वर्ण प्रभात ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एसआईटी का गठन कर कार्रवाई का निर्देश दिया है। पुलिस की टीम लगातार छापामारी में जुटी है। पुलिस ने कोचिंग संचालक और उनके साथ पढ़ने वाले छात्रों से भी पूछताछ की है। छात्रों के पास मोबाइल न होने के कारण उनका ठोस सुराग नहीं मिल पा रहा है। वहीं, एसडीपीओ प्रांजल त्रिपाठी ने दावा किया कि जल्दी ही छात्रों को बरामद कर लिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, कुचायकोट प्रखंड के करमैनी गाजी गांव निवासी संजय खरवार का 14 वर्षीय पुत्र आदर्श कुमार, नागेंद्र खरवार का 15 वर्षीय पुत्र दीपांशु कुमार, हथुआ थाने के मटिहानी गांव निवासी पिंटू पांडेय का 15 वर्षीय पुत्र अनिक कुमार पांडेय, जो करमैनी में अपने मामा बृजेश पांडेय के साथ रहता है, तीनों एक साथ सोमवार को जलालपुर में कोचिंग पढ़ने गए थे। जब कोचिंग से वापस नहीं लौटे तो परिजनों को लगा कि तीनों दोस्त मठिया में लगने वाले मेले को देखने चले गए हैं। लेकिन देर शाम तक नहीं लौटे तो खोजबीन शुरू हुई। चारों तरफ ढूंढ़ने के बाद जब कोई सुराग नहीं मिला तो अयोध्या जाकर खोजा गया। चारों तरफ से थक-हार कर थाने को सूचना दी गई है।
बताया जा रहा है कि पिंटू पांडेय का पुत्र अनिक महेंद्र दास उच्चत्तर विद्यालय जलालपुर में नौवीं में, दीपांशु और आदर्श कुचायकोट बालक में नौवीं के छात्र हैं। तीनों एक साथ ही जलालपुर में एक ही कोचिंग पढ़ते हैं। अब पुलिस को आशंका है कि तीनों अपने दोस्तों के साथ कहीं घूमने जा सकते हैं। परिजन भी घूमने जाने की बात से इनकार नहीं कर रहे, लेकिन किसी ने घर पर कुछ नहीं बताया है। परिजनों के लिए यही चिंता का कारण बना है। अनिक की मां चंदा देवी, दीपांशु की मां रेणु देवी, आदर्श की मां रेशमा देवी डरी-सहमी और काफी चिंतित हैं। परिजनों को अनहोनी का डर सता रहा है तो गांव के लोगों को बालकों के अपहरण हो जाने का डर है। वहीं, स्थानीय पुलिस तीनों छात्रों को बहुत जल्द सकुशल बरामद करने का दावा कर रही है।
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