मधुबनी न्यूज़: कोविड 19 के दौरान नगर निगम क्षेत्र में सेनेटाइजर के छिड़काव और अन्य काम में 17 लाख के गबन के मामले में पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) समेत तीन लोगों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है. तीन सदस्यीय जांच टीम की रिपोर्ट के आलोक में डीएम के निर्देश पर पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष आनंद चौधरी, तत्कालीन प्रधान सहायक शंकर झा और सेनेटरी इंस्पेक्टर अनिल कुमार झा के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है.
नगर आयुक्त अनिल कुमार चौधरी ने नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव को जांच रिपोर्ट भेजकर कार्रवाई की अनुशंसा की है. इसके तहत निलंबित करने सहित अन्य विभागीय कार्रवाई होना तय माना जा रहा है. वहीं, तत्कालीन प्रधान सहायक शंकर कुमार झा जो अब रिटायर कर चुके हैं के खिलाफ नगर आवास और विकास विभाग के प्रशासक निदेशक से कार्रवाई की अनुशंसा भेजी गयी है. इंस्पेक्टर अनिल कुमार झा के वेतन और पेंशन से राशि कटौती का आदेश जारी कर दिया गया है.
नियोक्ता ही कार्रवाई के लिए सक्षम प्राधिकार नियोक्ता ही कार्रवाई के लिए सक्षम प्राधिकार है. इसके तहत कार्यपालक पदाधिकारी की नियुक्ति विभागीय स्तर पर होती है. इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रधान सचिव को अनुशंसा की गई है. वहीं, तत्कालीन प्रधान सहायक शंकर झा के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग के निदेशक को अनुशंसा भेजी गई है. सेनेटरी इंस्पेक्टर अनिल कुमार झा के नाम से राशि की निकासी हुई थी. इसलिए इस राशि की रिकवरी उनके वेतन मद से करने का आदेश जारी किया गया है. इंस्पेक्टर अनिल कुमार झा 28 फरवरी को रिटायर कर जाएंगे. पूर्व के एक मामले में उनके वेतन से प्रतिमाह लगभग 20000 की कटौती पहले से की जा रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी नगर आयुक्त अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि अग्रिम राशि का एडजस्टमेंट नहीं किया गया. जांच टीम ने अपनी जांच के दौरान गड़बड़ी की पुष्टि की है. इसके आलोक में विभाग को कार्रवाई के लिए अनुशंसा भेज दी गई है. राशि रिकवरी की भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.