भागलपुर: घोड़ासहन के कॉलेज गेट मिशन हाउस के निकट संचालित रागिनी सेवा सदन नामक अवैध क्लिनिक में प्रसव के लिए आयी 22 वर्षीया रंजू देवी की मौत के मामले में तीन कथित फर्जी डाक्टरों को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस के गिरफ्त में आये कथित डाक्टरों में रागिनी सेवा सदन के संचालक घोड़ासहन थाना के महदेवा निवासी मुनचुन कुमार, छौड़ादानो थाना के धपहर ग्राम निवासी भ्रमणशील सर्जन मुकेश कुमार उर्फ रूपेश कुमार व पताही थाना के कम्पाउंडर रंजेश कुमार हैं. पुलिस के अनुसार,इस निजी नर्सिंग होम न तो निबंधित है व न ही इनके पास क्लिनिक संचालन का कोई वैध कागजात उपलब्ध है. दूसरी ओर पकड़े गये कथित डाक्टरों के पास भी कोई वैध कागजात उपलब्ध नहीं हैं. अपने को भ्रमणशील सर्जन बताने वाले मुकेश कुमार के पास भी सर्जरी करने के लिए कोई डिग्री नहीं है लेकिन जानकार सूत्रों के अनुसार घोड़ासहन सहित सीमावर्त्ती क्षेत्र के विभिन्न क्लिनिकों में घूम घूम कर ऑपरेशन का जानलेवा खेल इनके द्वारा खेला जाता है.
दो साइबर फ्रॉड समेत 4 को जेल
पुलिस ने दो साइबर फ्रॉड सहित चार लोगों को जेल भेज दिया. अपर थाना अध्यक्ष रवि रंजन कुमार ने बताया कि गलत तरीके से एक वृद्ध का खाता खुलवाकर उसके खाते में अवैध पैसा भेज कर दो साइबर फ्रॉड द्वारा निकासी करने के बाद पुलिस को इसकी सूचना मिली. आजाद अंसारी अफजल आलम दोनों को साइबर फ्रॉड करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया .