बिहार

हकीकत से रूबरू करवाती ये रिपोर्ट, स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ नारों में

Admin4
7 Sep 2022 12:41 PM GMT
हकीकत से रूबरू करवाती ये रिपोर्ट, स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ नारों में
x
बेतिया. पश्चिम चम्पारण जिले में स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ नारों में सिमट गया है. बेतिया शहर में भी गंदगी का अंबार लगा रहता है और यहां सार्वजनिक शौचालयों की कमी है. महिला शौचालयों की दशा बताते हुए लोगों ने कहा कि शहर में गिने चुने ही शौचालय हैं, और जो हैं भी उनपर ताले लगे हैं. नगर निगम में शिकायत करने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं की जाती है. लोगों की नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि आम नागरिक समय पर सरकार को हर प्रकार का कर अदा करते हैं, इसके बावजूद भी सुविधाओं के लिए जूझना पड़ता है. हालांकि, मामले पर नगर आयुक्त ने जल्द समाधान का आश्वासन दिया है.
नगर निगम की व्यवस्था से नाराज लोगों का कहना है कि पूरे शहर में महिलाओं के लिए शायद ही कहीं ऐसा कोई शौचालय मौजूद है, जिसका इस्तेमाल वो कर सकें. उज्जैन टोला रोड में स्थित एक महिला यूरिनल की तरफ इशारा करते हुए स्थानीय लोगों ने बताया कि बनने के बाद से ही उस यूरिनल में ताला लगा है. कोई भी महिला इसका इस्तेमाल नहीं कर पाती. साथ ही पुरुष यूरिनल गंदा है. सिर्फ इतना ही नहीं यूरिनल के आस पास लगे कचरों का अंबार है.
खुले में शौच करने को मजबूर बेतियावासी
स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर में सार्वजनिक शौचालयों की कमी और उपलब्ध शौचालयों में सफाई ना होने की वजह से कई बार कुछ लोग खुले में ही पेशाब कर देते हैं, जिससे चारों तरफ भयंकर बदबू आती है. इसके बावजूद भी नगर निगम द्वारा उसकी सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाता है, जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
सड़कों पर फैले कचरों से होता है सड़क जाम
स्थानीय निवासियों का कहना है कि समय पर सफाई न होने की वजह से सड़कों पर कचरों का अंबार लग जाता है. जिसकी वजह से वो बीच सड़क पर चलने को मजबूर हो जाते हैं. जिससे यातायात बुरी तरह से प्रभावित होता है, और शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है. जिला प्रशासन हो या नगर आयुक्त सभी मौन बैठे हैं.
लोगों ने कहा-टैक्स देने के बाद भी सुविधाओं से हैं वंचित
बेतियावासियों में नगर आयुक्त और नगर प्रशासन के खिलाफ भारी नाराजगी है. अक्रोशित लोगों का कहना है कि सरकार उनसे टैक्स तो वसूल लेती है. लेकिन जब बात सफाई या जनता के सुविधा की आती है तो वो उन्हें पहचानती तक नहीं. हमलोग टैक्स देने के बाद भी सुविधा से वंचित हैं.
Admin4

Admin4

    Next Story