बिहार

स्वतंत्रता सेनानियों से प्राप्त प्रेरणा का अमृत है यह महोत्सव : विकास वैभव

Shantanu Roy
14 Aug 2022 11:41 AM GMT
स्वतंत्रता सेनानियों से प्राप्त प्रेरणा का अमृत है यह महोत्सव : विकास वैभव
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बेगूसराय। आजादी के अमृत महोत्सव में बेगूसराय का चप्पा-चप्पा राष्ट्रप्रेम के रंग में रंग गया है। यहां लगातार कार्यक्रम आयोजित कर स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा होने का जश्न मनाया जा रहा है, तमाम लोग अपने वीर सपूतों को याद कर रहे हैं। रविवार को बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के बेगूसराय शाखा द्वारा मैराथन का आयोजन किया गया, जिसमें लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लेट्स इंस्पायर बिहार के संस्थापक और गृह विभाग बिहार के विशेष सचिव विकास वैभव ने मस्करा धर्मशाला से मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
जिसके बाद राष्ट्रभक्ति गीत पर ''हाउ द जोश'' का नारा लगाते हुए पांच सौ से अधिक महिला, पुरुष और बच्चे मैराथन में शामिल हुए। यह मैराथन मस्करा धर्मशाला से नौरंगा पुल, पटेल चौक, जीडी कॉलेज, बजरंग चौक होते हुए हर हर महादेव चौक से वापस लौटकर धर्मशाला पहुंची। रास्ते में जगह-जगह सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए थे। मैराथन को रवाना करते हुए विकास वैभव ने कहा कि पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव का मतलब है स्वतंत्रता सेनानियों से प्राप्त प्रेरणा का अमृत। स्वतंत्रता का अमृत यानि नए विचारों का अमृत, नए संकल्पों का अमृत, स्वतंत्रता का अमृत है, यह एक ऐसा पर्व जिसमें भारत आत्मनिर्भर होने का संकल्प ले रहा है।
उन्होंने कहा कि लाखों कुर्बानियां देकर हमने यह आजादी पाई है, जिसे अक्षुण्ण रखना हम सबका कर्तव्य है। देश परम वैभव पर पहुंच रहा है, बिहार भी अपने गौरव को प्राप्त करेगा। भारत को आजाद कराने के लिए किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा और क्या-क्या कुर्बानियां देनी पड़ी यह आज की युवा पीढ़ी को जानना जरूरी है। वर्तमान समय की युवा पीढ़ी आजादी के संघर्ष और लोकतंत्र का महत्व बेहतर तरीके से नहीं जानती हैं। कई विचारधारों में बंटी युवा पीढ़ी गुमराही के एक चौराहे पर खड़ी है, ऐसे में उसे अपने देश के इतिहास और वर्तमान से जोड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश का भविष्य तभी उज्ज्वल होता है, जब वह अपने पिछले अनुभवों और विरासत के गौरव के साथ पल-पल जुड़ा रहता है। हम जानते हैं कि भारत के पास एक समृद्ध ऐतिहासिक चेतना और सांस्कृतिक विरासत का अथाह भंडार है, जिस पर गर्व होना चाहिए।
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