मुंगेर न्यूज़: शहरी जलापूर्ति योजना पर इन दिनों ग्रहण लगता दिख रहा है. जलापूर्ति का काम कर रही एजेंसी को बुडको के कार्यपालक पदाधिकारी ने कष्टहरणी घाट गंगादर्शन आश्रम के समीप गंगा का पानी लिफ्टिंग के लिए इंस्टॉल किए जा रहे जेट्टी पंपिंग मशीन को वहां से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट करने का आदेश दिया है. इसको लेकर शहरवासियों में विरोध होना शुरू हो गया है.
शहरवासी हर हाल में पेयजलापूर्ति शीघ्र आरंभ करने की मांग कर रहे हैं. वहीं मेयर कुमकुम देवी और उपमेयर मो.खालिद हुसैन ने स्पष्ट कहा है कि अगर जेट्टी मशीन दूसरी जगह शिफ्ट हुआ तो शहरवासियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए जनआंदोलन किया जाएगा. बता दें कि अगर जेट्टी पंपिंग मशीन को कष्टहरणी घाट से दूसरी जगह शिफ्ट किया गया तो जेट्टी का पाइप कनेक्शन सहित अन्य कार्य में कम से कम एक साल का विलंब लग जाएगा. इसके अलावा सबसे बड़ी समस्या यह होगी कि कष्टहरणी घाट को छोड़कर कहीं भी गंगा में सालों भर पानी नहीं रहती है. अगर दूसरी जगह जेट्टी पंपिंग मशीन शिफ्ट हुआ तो मात्र 3 माह ही जलापूर्ति हो सकेगी. मेयर कुमकुम देवी ने जेट्टी पंपिंग मशीन वहां से दूसरी जगह शिफ्ट करने का विरोध किया है. उन्होंने स्पष्ट कहा है कि किसी सूरत में जेट्टी पंपिंग मशीन को दूसरी जगह शिफ्ट नहीं होने देंगे.
योगाश्रम में स्वामी जी से मुलाकात करेगा शिष्टमंडल
मुंगेर मंच के संजय कुमार बबलू कहते हैं कि शहरवासियों के लिए जलापूर्ति बहुत गंभीर समस्या है. अब जब इस माह के बाद से शहर में जलापूर्ति आरंभ होने वाली थी, ऐसे में बुडको द्वारा कष्टहरणी घाट से जेट्टी मशीन को हटाए जाने का आदेश दिया जाना समझ से परे है. अगर योगाश्रम प्रबंधन द्वारा इसमें अड़चन डाला गया है तो मुंगेर मंच का शिष्टमंडल योगाश्रम जाकर स्वामीजी से शिष्टाचार मुलाकात कर समस्या से अवगत कराते हुए जेट्टी मशीन को वहां से दूसरी जगह शिफ्ट नहीं करने का अनुरोध करेगा.
पटना में बुडको के एमडी से इस संबंध में वार्ता की गयी है. निष्कर्ष यही निकला है कि जेट्टी पंपिंग मशीन जो पादुका दर्शन योगाश्रम के ठीक पीछे इंस्टॉल किया गया ह,ै उसे दूसरी जगह शिफ्ट करना है. इसके लिए सर्वेयर को बुलाया गया है. सर्वेयर यह पता लगाएंगे कि कौन सी दूसरी जगह जेट्टी मशीन को लगाया जा सके जो सुरक्षित हो और जहां से पानी की आपूर्ति संभव हो सके.
- रामायण राम, कार्यपालक अभियंता, बुडको, मुंगेर.