बिहार Bihar: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले कुछ दिनों में पूर्वी उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत North India के साथ-साथ पूर्वी भारत में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग ने 11 जुलाई को बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के लिए ‘ऑरेंज ऑफिस’ जारी किया है। इसके अलावा, क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली-क्षेत्र में सामान्य रूप से बादल छाए रहेंगे और देर बारिश होने की संभावना है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने का भी अनुमान लगाया गया है। उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण शारदा नदी के पानी के बहाव से लखीमपुर खीरी के कई गांव प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य के 12 जिले वर्तमान में बाढ़ से प्रभावित हैं। सभी प्रभावित जवानों के बचाव और राहत अभियान तेजी से चल रहे हैं। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर पुलिस बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गश्त कर रही है। डीसीपी सोन मनीष कुमार मिश्रा के अनुसार, मानसून के मौसम में भारी बारिश और यमुना नदी में बढ़ते जल स्तर के कारण चेतावनी जारी की गई है।
आईएमडी ने बिहार IMD has issued directions to Biharमें भारी बारिश के लिए 'ऑरेंज ऑफिस' जारी किया है। वहीं, शुक्रवार को बहुत भारी बारिश के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया गया है। बिहार में गुरुवार को 115.5-204.4 मिमी तक बारिश होने की संभावना है। वहीं, उत्तर प्रदेश के खीरी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया और संतकबीर नगर जैसे क्षेत्रों में गुरुवार को भारी बारिश की भविष्यवाणी के लिए 'ऑरेंज ऑफिस' जारी किया गया है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने को लेकर अटकलों के बीच गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर पुनर्निमाण अधिनियम, 2019 में संशोधन किया है। इसके साथ ही अखिल भारतीय सेवा के अधिकारी, पुलिस के ताबड़ों और पोस्टिंग के साथ-साथ न्यायिक अधिकारियों की नियुक्ति के मामलों में उपराज्यपाल को अधिक अधिकार मिल गए हैं। केंद्र सरकार द्वारा शुक्रवार को एक अधिसूचना जारी की गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल को प्रेस विज्ञप्ति और आईपीएस जैसे अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों के ताबड़तोड़ जवाब और पोस्टिंग, पुलिस, कानून और व्यवस्था के साथ-साथ न्यायिक अधिकारियों की नियुक्ति के मामलों में अधिक अधिकार मिलेंगे।
मुख्य नियम में नियम 42 के बाद 42ए जोड़ा गया है, जिससे उपराज्यपाल को राज्य से केंद्र शासित प्रदेश बने राज्य के लिए महाधिवक्ता और विधि अधिकारियों की नियुक्ति करने का अधिकार मिल गया है। 42बी यह भी स्पष्ट करता है कि अभियोजन प्रस्तुत करने या अस्वीकार्य करने या अपील दायर करने का प्रस्ताव भी एलजी द्वारा ही दिया जाएगा। संशोधन के खिलाफ सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग शक्तिशाली हैं, रबर स्टांप सीएम से बेहतर के हकदार हैं। उन्होंने कहा कि संशोधन एक संकेत है कि चुनाव आते हैं। उन्होंने लिखा, “एक और संकेत है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव होंगे।” यही कारण है कि जम्मू-कश्मीर के लिए पूर्ण, अविभाजित राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए समय सीमा निर्धारित करने की दृढ़ प्रतिबद्धता इस चुनाव के लिए एक शर्त है। जम्मू-कश्मीर के लोग सशक्त हैं, रबर स्टांप सीएम से बेहतर के हकदार हैं। उन्हें अपनी चपरासी की नियुक्ति के लिए भी एलजी से भीख मांगनी पड़ेगी।”सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने के लिए 30 सितंबर की समयसीमा तय की है।