मुंगेर न्यूज़: बिहार आज बड़े बदलाव की ओर अग्रसर है. आने वाले चुनाव में बिहार में बड़ा परिवर्तन होने वाला है. समूचे भारतवर्ष को बिहारी चलाते हैं. चाहे आईटी सेक्टर हो, मेडिकल लाइन हो, इसके अलावा राजमिस्त्रत्त्ी, पेंटर, कारपेंटर, ड्राइवर, मजदूर अधिकांश बिहारी हैं. यहां तक कि समूचे देश के 400 जिला में एसपी और कलेक्टर भी कई बिहार के हैं. ऐसे में यह सबसे बड़ा सवाल है कि जब देश में बिहारी आगे तो बिहार पिछड़ा क्यों? आज समूचे देश में बिहारी अपमानित होकर रहने को विवश हैं. दूसरे राज्यों में बिहारी सिर उठाकर अभिमान के साथ नहीं कह सकते कि हम बिहारी हैं. उक्त बातें छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने गैर राजनीतिक मंच (विभा) विजन बिहार द्वारा आयोजित बिहारी आगे तो बिहार पिछड़ा क्यों विषयक परिचर्चा को संबोधित करते हुए कहीं. रूडी ने कहा कि मुंगेर की ही बात करें तो यहां राज्य को सबसे अधिक राजस्व देने वाला आईटीसी फैक्ट्री है, लेकिन वही आईटीसी मुंगेर तो क्या पूरे बिहार में एक भी वेलकम होटल नहीं चला रही. कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रो. अजफर शमसी, विभा मंच के जसवंत सिंह, राकेश सिंह, बिनोद सम्राट, दिनेश द्विवेदी मौजूद थे. करनी सेना के अध्यक्ष रामपुकार सिंह ने चांदी का मुकुट पहना कर उनका स्वागत किया. चैतन्य सिंह व रंधीर सिंह ने तलवार भेंट की. प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संजीव मंडल ने शॉल ओढ़ाकर उनका अभिनंदन किया.
लालू प्रसाद व नीतीश कुमार पर साधा निशाना
अपने संबोधन के दौरान बिना किसी का नाम लिए श्री रूडी ने कहा कि पिछले 35 वर्षों में बिहार पर 2 लोगों ने राज किया. लेकिन इन 35 वर्षो में ये दोनों बिहार को गरीबी मुक्त नहीं कर पाए. आज 52 प्रतिशत बिहारी गरीब हैं. मैं इसलिए आपके पास आया हूं कि इन दो लोगों से बिहार को मुक्ति मिल सके. राजा वही होता है जो गरीबों को उसका हक दिलाए, ना कि उसका हिस्सा भी खा ले. लेकिन आज बिहार के नेता यही कर रहे हैं. उन्होंने प्रोजेक्टर पर उद्योग मंत्री समीर महासेठ का बयान सुनाते हुए कहा कि जिस राज्य में उद्योग मंत्री यह कहें कि बिहार का विकास होगा तो समूचे देश का उद्योग धंधा बंद हो जाएगा. और शायद यही कारण है कि बिहार में एक भी फैक्ट्री दूर दूर तक नहीं है, लेकिन गोदाम जहां देखिए वहां नजर आ जाता है.