बिहार

राज्य सरकार और चीनी मिलों के बीच नही बनी सहमति

Admin Delhi 1
26 April 2023 10:42 AM GMT
राज्य सरकार और चीनी मिलों के बीच नही बनी सहमति
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पटना न्यूज़: बिहार में बिना गन्ना मूल्य तय हुए गन्ना पेराई का सत्र बीत गया. गन्ना किसानों से गन्ना पेराई सत्र 2021-22 में जिस मूल्य पर गन्ना की खरीद चीनी मिलों द्वारा की गयी थी, उसी मूल्य पर पेराई सत्र 2022-23 में भी खरीद की गयी. राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों को गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी नहीं होने से खेती की लागत में बढ़ोतरी होने के बावजूद आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा. जबकि गन्ना उद्योग विभाग ने चीनी मिलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर गन्ना मूल्य के पुनर्निधारण करने का प्रस्ताव तैयार करने को कहा था. लेकिन पेराई का सीजन बीत गया गन्ना किसान कीमत में बढोतरी का इंतजार करते रहे.

सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार और चीनी मिलों के बीच सहमति नहीं बनने के कारण नये सत्र के लिए गन्ना मूल्य तय नहीं किया जा सका. चीनी मिलें इसके लिए सहमत नहीं हुई. गन्ना मिल वाले गन्ना मूल्य का निर्धारण नहीं होने के कारण पुराने मूल्य पर खरीद कर किसानों को भुगतान भी किए. राज्य में गन्ना का पेराई सत्र 15 अक्टूबर से 15 अप्रैल तक होता है. विभागीय सूत्रों के अनुसार फरवरी के अंत तक चीनी मिलों द्वारा पेराई सत्र 2022-23 में किसानों के 85 प्रतिशत से अधिक मूल्य का भुगतान किया जा चुका है.

राज्य में वर्तमान में 9 चीनी मिल हैं संचालित

राज्य में आजादी के पूर्व 28 चीनी मिलों का संचालन किया जाता था. वर्तमान में सिर्फ 9 चीनों मिलों का ही संचालन किया जा रहा है. ये सभी चीनी मिलें निजी क्षेत्र की है. इनमें पश्चिमी चंपारण में बगहा, लौरिया, रामनगर, नरकटियागंज व मंझौलयां चीनी मिले है. वहीं, एचपीसीएल सुगौली, मोतिहारी, विष्णुपुर चीनी मिल एवं सिधवलिया चीनी मिल, गोपालगंज एवं हसनपुर चीनी मिल, समस्तीपुर में संचालित की जा रही है. वर्तमान में दो चीनी मिले सासामुसा चीनी मिल, गोपालगंज एवं रीगा चीनी मिल, सीतामढ़ी बंद है.

उत्तम प्रभेद के गन्ने का मूल्य 335 रुपये है तय

राज्य में 335 रुपये प्रति क्विंटल उत्तम प्रभेद के गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है. जबकि 310 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सामान्य गन्ना और 282 रुपये प्रति क्विंटल की दर से निम्न प्रजाति के गन्ना की खरीद चीनी मिलों द्वारा की गयी है. पिछले वर्ष राज्य सरकार ने गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी की थी. गन्ना मिलों का मानना है कि नये सत्र में गन्ना मूल्य में बढोतरी का कोई आधार नहीं है. देश भर में सिर्फ पंजाब में गन्ना मूल्य में प्रति क्विंटल 20 रुपये की बढोतरी की गयी है.

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