बिहार

विरोध की राजनीति नहीं, शहर के चहुंमुखी विकास की हैं चिंता

Admin Delhi 1
8 March 2023 12:03 PM GMT
विरोध की राजनीति नहीं, शहर के चहुंमुखी विकास की हैं चिंता
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बेगूसराय न्यूज़: शहर के सतत चहुंमुखी विकास के लिए शहरवासियों ने मुख्य पार्षद की जिम्मेवारी सौंपी है. गिनती के कुछ पार्षद निगम की बोर्ड में हंगामा खड़ा कर विकास में अवरोध पैदा कर अपनी सफलता मानते हैं.

विरोध की राजनीति नहीं, उन्हें तो सिर्फ शहर के विकास की चिंता है. ये बातें मुख्य पार्षद पिंकी देवी ने कहीं. वे शहर के रतनपुर स्थित अपने आवास पर प्रेसवार्ता कर अपने कार्यकाल के दो माह की जानकारी दे रही थी. उन्होंने कहा कि 13 जनवरी हो शपथ ग्रहण के बाद सबसे पहले सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करनी थी. उनके प्रयास से पहली बार रात में सफाई सेवा का काम शुरू किया गया. ताकि लोगों को सुबह में साफ सड़कों पर चलने का मौका मिले. इससे स्वास्थ्य व प्रदूषण नियंत्रण में लाभ मिलने लगा. पावर हाउस चौक से मैन मार्केट तक, ट्रैफिक चौक कचहरी चौक तक व हर हर महादेव चौक तक जर्जर सड़क को चकाचक बनाया गया. बजरंग चौक से हेमरा चौक तक तत्काल मरम्मत की गई. तीन साल से लंबित डाकबंगला रोड से सर्वोदयनगर चौक तक जाने वाली सड़क की पीसीसी करायी गयी.

तीन रंगों में जल रही एलईडी लाइट

मुख्य पार्षद ने कहा कि आरओबी व कचहरी रोड में एलईडी लाइट लगायी गयी. इस लाइट की विशेषता यह है कि शाम ढलते ही तीन रंगों में अपनी चमक बिखरने लगती है. बल्ब के नीचे हरा रंग, बीच में उजला सबसे उपर में केसरिया रंग. इसी तीनों रंगों से मिलकर भारत के राष्ट्रीय झंडा बना है. रात में जब लोग या वाहन वाले ट्रैफिक चौक से गुजरते हैं तो तीन रंगों में जलते एलईडी लाइट को देख वाह-वाह कह उठते हैं.

जनप्रतिनिधि व जनता का अपमान

मुख्य पार्षद ने कहा कि 21 फरवरी को निगम बोर्ड की पहली बैठक हुई. सशक्त स्थयी समिति से पारित 24 एजेंडों का प्रस्ताव पारित होना था. पहले से चली आर रही परंपरा के अनुसार 26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व को मनाया गया, लेकिन कुछ पार्षदों ने आरोप लगा दिया कि छह लाख की जलेबी खा गये निगम के बाबू लोग. मुख्य पार्षद ने कहा कि यह जनप्रतिनिधि व जनता का सीधा अपमान है. उन्होंने कहा कि 700 निगम के कर्मी, 600 लोगों को आमंत्रण पत्र व 45 वार्ड पार्षद, एक मुख्य पार्षद व एक उपमुख्य पार्षद हैं.

उसके बाद भी आरोप लगाना कि छह लाख के जलेबी खा गये बाबू लोग यह तो जनप्रतिनिध व जनता का सीधा अपमान है.

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