बक्सर न्यूज़: शहर के ट्रेनिंग कॉलेज के समीप नगर परिषद ने एक साल पहले अस्थायी ऑटो स्टैंड का बोर्ड लगाया था. लेकिन बोर्ड लगने के बाद भी आज तक अस्थायी स्टैंड में वाहनों का ठहराव नहीं हुआ है. स्थायी वाहन स्टैंड नहीं होने के कारण शहर प्रत्येक दिन जाम से जूझता रहता है. लगभग एक साल पहले नगर परिषद ने ऑटो चालकों और अन्य वाहनों से शहर में स्टैंड के नाम पर वसूली शुरु की थी. इसे लेकर ऑटो चालकों और नगर परिषद कर्मियों में भिडंत हो गयी थी. नौबत हिंसक झड़प तक चली आयी थी. ऑटो चालकों का कहना था कि जब शहर में स्टैंड नहीं है, तो टैक्स किस बात की देंगे. इस विवाद के बाद नगर परिषद ने आनन-फानन में ट्रेनिंग स्कूल के समीप की खाली जमीन पर मिट्टी डालकर अस्थायी वाहन स्टैंड बना दिया था. स्थल पर नप की ओर से स्टैंड का बोर्ड भी लगा दिया गया. लेकिन नप के अधिकारी स्टैंड में वाहनों का ठहराव कराने की बात भूल गये. स्थल लावारिस स्थिति में पड़ा हुआ है.
पुराना शहर होने के बाद भी डुमरांव शहर में वाहन स्टैंड नहीं है. चार वर्ष पहले बस का अस्थायी स्टैंड थाना के समीप बनाने की पहल हुई थी. लेकिन सबकुछ ठंडे बस्ते में चला गया. आज की तारीख में शहर से गुजरने वाले एन.एच.120 पर राज अस्पताल के समीप ऑटो और यात्री बसों का ठहराव हो रहा है. जिसका परिणाम यह है कि हर दिन थाना से लंगटू महादेव मंदिर के बीच काफी जाम लगा रहता है. शहर को जाम से निजात दिलाने की दिशा में अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है. पूर्व वार्ड पार्षद धीरज कुमार ने कहा कि नप उसी काम को प्रमुखता देता है. जिसमें मोटी कमाई की गुंजाइश रहती है. नप ने अस्थायी वाहन को लावारिस छोड़ दिया है. इधर नप सूत्रों का कहना है कि वाहन स्टैंड को विधिवत संचालित करने के लिए प्रक्रिया चल रही है.