बिहार

उत्तर पूर्व बिहार में वज्रपात का खतरा, राज्य के 21 जिलों में बारिश की संभावना

Renuka Sahu
14 Aug 2022 5:11 AM GMT
उत्तर पूर्व बिहार में वज्रपात का खतरा, राज्य के 21 जिलों में बारिश की संभावना
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बिहार में मॉनसून लगातार कमजोर होता जा रहा है। इस वजह से राज्य में मूसलाधार बारिश पिछले 15 दिनों में नहीं हुई है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार में मॉनसून लगातार कमजोर होता जा रहा है। इस वजह से राज्य में मूसलाधार बारिश पिछले 15 दिनों में नहीं हुई है। कुछ जिलों में बारिश हुई है लेकिन अधिकांश जिलों में सूखे की स्थिति बन रही है। इस बीच मौसम विभाग द्वारा दिए गए रिपोर्ट से कुछ उम्मीद जगी है। ताजा रिपोर्ट में राज्य के 21 जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि कहीं भी तेज या मूसलाधार वर्षा का पूर्वानुमान नहीं किया गया है। उत्तर पूर्व बिहार से कई जिलों में आज वज्रपात हो सकती है। नागरिकों से सचेत रहने की अपील की गई है।

इन जिलों में बारिश के आसार
राज्य के जिन जिलों में मौसम विभाग पटना ने वर्षा होने के अनुमान लगाया है उनमें किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, बेगूसराय, रोहतास, कैमूर लखीसराय, बक्सर, भोजपुर, नवादा, गया जहानाबाद, अरवल और औरंगाबाद शामिल हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में इन जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश का अनुमान लगाया गया है।
इन जिलों में वज्रपात का पूर्वानुमान
मौसम विभाग द्वारा उत्तर पूर्व बिहार में वज्रपात की संभावना जताई गई है। इसमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा और पूर्णिया शामिल हैं। इन जिलों में नागरिकों को वज्रपात से सचेत रहने की सलाह दी गई है। बताया गया है कि यहां 30 से 40 किमी प्रतिघंटा के दर से हवा चलेगी और मेघगर्जन भी होगा।
तापमान
मौसम विभाग के पूर्वानूमान में राज्य का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आस पास रहने का पूर्वानुमान है। शनिवार को सीतामढ़ी सबसे गर्म जिला रहा। वहां का तापमान 41 डिग्री सेल्सियद दर्ज किया गया। आज राज्य के अन्य जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
कल भी हुई था बारिश
बिहार के विभिन्न जिलों में शनिवार को भी बारिश हुई। जानकारी के मुताबिक, सबसे ज्यादा बारिश रोहतास में,31.5 मिमी हुई। औरंगाबाद में 21. 3 मिमी, भभूआ में 24.4 मिमी, सासाराम में 8.9 मिमी, कुदरा में 21.2 मिमी बारिश शनिवार को दर्ज की गई।
राज्य के किसानों को अभी भी बारिश का इंतजार है। जिन किसानों ने धान की रोपनी कर ली है उनके लिए फसल बचाना मुश्किल हो गया है। वर्षा होने से उन्हें कुछ राहत मिलेगी। राज्य के कई जिलों में सूखार के लक्षण बढ़ते जा रहे हैं।
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