बिहार

स्नातक की जांची हुई कॉपियां चोरी, मामला दर्ज

Admindelhi1
17 April 2024 8:23 AM GMT
स्नातक की जांची हुई कॉपियां चोरी, मामला दर्ज
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नालंदा: आरडीएस कॉलेज से स्नातक की जांची हुई कॉपियां चोरी हो गईं. यह कॉपियां स्नातक सत्र 2019-22 की पार्ट वन और पार्ट टू की थीं.

कॉलेज की प्राचार्य डॉ. अनीता सिंह ने काजी मोहम्मदपुर थाने में एफआईआर कराई है. प्राचार्य दोपहर बजे कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचीं. निरीक्षण के दौरान वह भूगोल विभाग के भवन में गयीं. वहां उन्होंने देखा कि स्टोर की खिड़की टूटी हुई है और स्नातक की कॉपियां बिखरी पड़ी हैं. इसके बाद कॉलेज कर्मियों ने देखा कि कुछ लोग पीछे से भाग रहे हैं. कॉलेज कर्मियों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह भाग गये. कॉलेज कर्मियों ने बताया कि बड़ी संख्या में कॉपियां चोरी हुई हैं. कॉपी चोरी होने के बाद प्राचार्य ने काजी मोहम्मदपुर थाने को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची. जो कॉपियां बिखरीं थीं, उसे बंडल में वापस रखा. पहली बार स्टोर में रखी कॉपियां कालेज से चोरी हुई हैं. यह कॉलेज प्राचार्य की बड़ी चूक मानी जा रही है. आरडीएस कॉलेज में हाल में ही नई प्राचार्य ने योगदान दिया है. कॉपियों के चोरी होने से कई हजार छात्रों के भविष्य पर संकट छा गया है.

छात्र कम नंबर आने के बाद आरटीआई से कॉपियां मांगते हैं. कॉपियां जब चोरी हो गई हैं तब यह कॉपियां छात्रों को नहीं मिल सकेंगी.

पंजाब में जीतने वाले सम्मानित

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना में आयोजित अंतर विश्वविद्यालय राष्ट्रीय युवा महोत्सव में बीआरएबीयू की सांस्कृतिक टीम के पुरस्कार प्राप्त प्रतिभागियों को कुलपति प्रो. दिनेश चन्द्र राय ने वहां से प्राप्त मेडल और मोमेंटो प्रदान किया. कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं में असीमित प्रतिभा है. इन्हें समुचित प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया जाए तो ये अधिकाधिक पुरस्कार अर्जित कर सकते हैं.डीएसडब्ल्यू प्रो. अभय कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक समिति शीघ्र बनाई जाएगी.

, जिसमें सालभर इस दिशा में प्रत्येक महाविद्यालय में कार्य होगा. सांस्कृतिक समन्वयक प्रो. इन्दुधर झा ने कहा कि जोनल और राष्ट्रीय स्तर पर कुल 28 विधाओं की प्रतियोगिताएं होती हैं. इनमें 19 विधाओं में विश्वविद्यालय की टीम ने ईस्ट जोन में भाग लिया था, जिनमें चार विधाओं में पुरस्कार प्राप्त हुआ. उन्हीं चार विधाओं में राष्ट्रीय स्तर पर टीम ने भाग लिया, जिसमें चारों में पुरस्कार हासिल हुआ है. रामेश्वर महाविद्यालय की डॉ. महजबी परवीन को भी कुलपति ने प्रशिक्षण के लिए पुरस्कृत किया. डॉ. पयोली ने कहा कि ललित कला विधा के प्रशिक्षक सुजीत कुमार ने पिछले कई वर्षों से ललित कला के प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया है. 2019 में भी इन्सटालेशन में इनके निर्देशन में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ था. नेशनल में पुरस्कार प्राप्त छात्र-छात्राओं निवेदिता कुमारी, ऋचा कुमारी, शाश्वत श्याम, प्रणव प्रताप आर्या, अभिषेक कुमार, लवली कुमारी और हिमांशु रंजन सिंह को मोमेंटो और मेडल प्रदान किया गया.

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