कटिहार: बरारी स्थित बच्चे को जन्म देने के बाद मां की मौत निजी नर्सिंग होम में हो गई. घटना से गुस्साए परिजनों ने न केवल निजी नर्सिंग होम के सामने रखकर हंगामा किया . बल्कि प्रखंड मुख्यालय जाने वाली सड़क को जाम भी कर दिया. इस प्रदर्शन के समय एक घंटे तक पुलिस भी मुकदर्शक बनी रही. मुआवजा का आश्वासन मिलने पर परिजन प्रसूता की लाश को लेकर घर चले गये.
इस प्रदर्शन के 24 घंटे के बाद भी पुलिस अब तक परिजनों के आवेदन का इंतजार कर रही है. ऐसे में बरारी के लोग अब सवाल उठाने लगे हैं कि आखिर प्रसूता की मौत के जिम्मेदार कौन है. किसकी गलती से उसकी मौत हो गई. क्या इसके लिए प्रसूता के परिजन जिम्मेदार हैं या फिर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी या फिर निजी नर्सिंग होम के डॉक्टर व संचालक. यह सवाल बरारी के लोगों में उठने लगा है.
क्या था परिजन का आरोप बरारी गुरूमेला पंचायत के मौलाना चक निवासी 21 वर्षीय महिला नाजमीन की मौत मामले में मृतक के परिजन का कहना है कि नाजमीन को प्रसव के लिए शाम 4 बजे एक निजी अस्पताल लाया गया था. महिला के ऑपरेशन के बाद बच्चे का जन्म हुआ लेकिन बच्चे की मां की तबीयत बिगड़ गई. अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला को बचाने के नाम पर परिजनों से डेढ़ लाख रुपये की मांग की. इस पर अस्पताल में परिजन जमा हो गए. मगर डॉक्टर की लापरवाही के कारण महिला की मौत हो गई. इससे आक्रोशित परिजनो द्वारा जमकर प्रदर्शन करते हुए सड़क को जाम कर दिया था. चिकित्सक व प्रशासन को बुलाने की मांग कर रहे थे. दो घंटे तक प्रदर्शन व जाम की सूचना पर पुलिस जाम स्थल पर पहुंचे मगर मुकदर्शक बनी रही. केवल मुआवजा दिलाने का आश्वासन देकर चले गये.