बिहार

अगर बिहार में सच में आधार कार्ड के द्वारा एक आदमी को 2 ही डोज़ वैक्सीन लग सकता है आदमी कैसे ११ डोज़ वैक्सीन लग गया... सवाल बिहार सरकर पैर

Shiv Samad
6 Jan 2022 8:14 AM GMT
अगर बिहार में सच में आधार कार्ड के द्वारा एक आदमी को 2 ही डोज़ वैक्सीन लग सकता है आदमी कैसे ११ डोज़ वैक्सीन लग गया... सवाल बिहार सरकर पैर
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बिहार में टीकाकरण का एक अजीबोगरीब मामला सामने आ रहा है. यहां एक शख्स ने 11 बार वैक्सीन लेने का दावा किया है। मधेपुरा के उदाकिशुनगंज निवासी 84 वर्षीय ब्रह्म देव मंडल ने कहा है कि वैक्सीन लेने से उन्हें अन्य बीमारियों में राहत मिलने लगी है, जिसके बाद उन्होंने वैक्सीन की 11 डोज ले ली हैं.

बिहार में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है. जनवरी के पहले हफ्ते में हुआ था कोरोना ब्लास्ट. जिसके बाद पटना में महज चार दिनों के अंदर 500 से ज्यादा लोग संक्रमित हो गए हैं. कोरोना की तेज रफ्तार के बाद वैक्सीन लेने से हिचकने वालों ने भी वैक्सीन लेने में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी है, वहीं मधेपुरा में एक शख्स ने वैक्सीन लेने का रिकॉर्ड बना लिया है.

अभी बूस्टर के तौर पर कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक लेने की बात हो रही है। इधर बिहार में एक बुजुर्ग ने एक-दो नहीं 11 वैक्सीन लेने का दावा किया है. 11 बार टीका लगवाने वाले व्यक्ति का नाम ब्रह्म देव मंडल है। और वह 84 साल के हैं।

जानिए वैक्सीन को 11 बार लेने का तर्क

ब्रह्मदेव मंडल मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल के उरई गांव के रहने वाले हैं. 11 बार वैक्सीन लेने के पीछे ब्रह्म देव मंडल का अपना तर्क है। वे बताते हैं कि उनकी वैक्सीन लेने से कई तरह की राहत मिलती है. और कोरोना की वैक्सीन लेने से उन्हें कई बीमारियों से निजात मिल जाती है। बुजुर्ग मंडल ने बताया कि जैसे ही उन्होंने कोरोना की वैक्सीन ली, उसके बाद उन्हें इसका फायदा मिला. और उन्हें कई बीमारियों से निजात मिली है।

सभी खुराक का रिकॉर्ड

ब्रह्म देव मंडल द्वारा वैक्सीन लेने को लेकर किए गए दावे के मुताबिक उन्होंने पहली बार 13 फरवरी 2021 को कोरोना वैक्सीन ली थी। उन्होंने यह खुराक पुरैनी के पीएचएससी में ली थी। इसके बाद उन्होंने दूसरी बार 13 मार्च को उसी पीएचसी में वैक्सीन ली, फिर 19 मई को उरई उप स्वास्थ्य केंद्र में तीसरी खुराक ली। चौथी खुराक कोटा में भूपेंद्र भगत के शिविर के दौरान ली गई थी। इसके बाद पांचवीं खुराक एक स्कूल के कैंप में और छठी खुराक 31 अगस्त को नाथ बाबा के कैंप में ली गई। सातवीं खुराक बड़ी हाट स्कूल में 11 सितंबर को, आठवीं खुराक भी 22 सितंबर को उसी स्कूल में ली गई, जबकि नौवीं खुराक 24 सितंबर को और दसवीं खुराक खगड़िया जिले के परबट्टा में ली गई. इसके बाद उन्होंने भागलपुर के कहलगांव में 11वां डोज करवाया।

अजब टीकाकरण की अद्भुत कहानी

टीकाकरण का कारनामा बिहार में हो रहा है. पहले मृत महिला को वैक्सीन की डोज दी गई। तो नोएडा में बैठे शख्स को अररिया में वैक्सीन लग गई। इसके बाद नालंदा में किशोरों को दी जाने वाली वैक्सीन में गड़बड़ी का मामला भी सामने आया। यहां दो भाइयों को कोवैक्सीन की जगह लगाया गया था। जबकि कोविशील्ड का बच्चों पर परीक्षण नहीं किया गया है। और अब एक शख्स ने 11 बार टीका लगवाने का दावा किया है। डाक विभाग से सेवानिवृत्त हुए ब्रह्म देव मंडल के दावे अगर सही हैं तो उस व्यवस्था का क्या, जिसमें आधार कार्ड के माध्यम से ही पंजीकरण और टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है।

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