मुजफ्फरपुर न्यूज़: युवाओं को मौका देने की ट्यूलिप योजना फेल हो गई है. योजना लागू हुए करीब पौने तीन वर्ष बीतने को है, पर मुजफ्फरपुर नगर निगम में किसी ने इंटर्नशिप के लिए आवेदन नहीं किया है. इसके पीछे स्टाइपेंड राशि न्यूनतम पांच हजार रुपये होना अहम कारण है. स्नातक स्तर की शिक्षा पूरी कर चुके छात्रों को देश के शहरी स्थानीय निकायों और स्मार्ट सिटी जैसी परियोजनाओं में इंटर्नशिप का अवसर प्रदान करने को लेकर केंद्रीय शहरी मामलों के मंत्रालय ने जून 2020 में द अर्बन लर्निंग इंटर्नशिप प्रोग्राम-ट्यूलिप योजना की शुरुआत की थी. इसमें शिक्षा मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद का भी सहयोग है. योजना के तहत 25 हजार इंटर्नशिप को लेकर विज्ञापन निकाला गया. पांच हजार से अधिक को इंटर्नशिप का ऑफर दिया गया, जिनमें 3500 से अधिक का इंटर्नशिप पूर्ण हो चुका है. हालांकि ट्यूलिप योजना के इन लाभार्थियों में बिहार के महज छह हैं. इनमें मुजफ्फरपुर नगर निगम का आंकड़ा शून्य है. टॉप तीन में मध्य प्रदेश (924), महाराष्ट्र (837) और यूपी (569) शामिल हैं. नगर विकास व आवास विभाग के अपर सचिव सह मिशन निदेशक सुनील कुमार यादव ने सभी नगर निगमों के आयुक्त व नगर परिषद और नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिख कर ‘ट्यूलिप- डैश बोर्ड’ पर अपने-अपने निकाय का रजिस्ट्रेशन करवाने को कहा है, ताकि भविष्य में इस योजना का निकाय स्तर पर सफलतापूर्वक संचालन कराया जा सके.
टैलेंट पुल बन सकते युवा: विशेषज्ञों के मुताबिक इस योजना के जरिए स्मार्ट सिटी और नगर निकायों को शहरीकरण से संबंधित चुनौतियों को दूर करने के लिए टैलेंट पुल मिलेगा. युवाओं को शहरी स्थानीय निकायों की विस्तृत कार्यप्रणाली का प्रत्यक्ष अनुभव मिलेगा. इससे वे बाजार की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का आसानी से सामना कर सकेंगे. युवाओं को नई सोच और तरीकों से स्थानीय शहरी निकायों के कामकाज में सुधार लाने का अवसर भी मिलेगा.
आठ सप्ताह से एक साल तक की इंटर्नशिप: योजना के तहत स्नातक पास युवा इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसमें सामान्य स्नातक से लेकर इंजीनियरिंग या अन्य तकनीकी डिग्रीधारी भी शामिल हैं. योग्यता के आधार पर इंटर्नशिप का अवसर दिया जाएगा. इंटर्नशिप करने के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन में यह बताना होता है कि आवेदक किस निकाय में इंटर्नशिप करना चाहते हैं. स्नातक पास करने के 18 महीने यानी डेढ़ साल के अंदर ही आवेदन के पात्र होंगे. इंटर्नशिप की अवधि आठ हफ्ते यानी करीब दो महीने से लेकर एक साल तक होगी. इंटर्नशिप करने वालों को हर महीने निर्धारित स्टाइपेंड मिलेगा.
ट्यूलिप योजना के तहत इंटर्नशिप को लेकर अब तक कोई आवेदन नहीं आया है. स्टाइपेंड की राशि कम होने के कारण रुझान नहीं है.
- नवीन कुमार, नगर आयुक्त