राज्य में टेली कंसल्टेशन का लक्ष्य नये सिरे से किया गया निर्धारित
मुजफ्फरपुर न्यूज़: राज्य के चिकित्सकों को अब हर रोज लगभग 52 हजार मरीजों को फोन पर सलाह देनी होगी. वहीं 25 दिनों के हिसाब से महीने में 12 लाख 99 हजार 875 मरीजों को सलाह देनी है. राज्य स्वास्थ्य समिति ने फोन पर सलाह देने का नया लक्ष्य तय किया है. इस बाबत समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह की ओर से पत्र जारी कर दिया गया है.
घर बैठे मरीजों को इलाज की सुविधा ई-संजीवनी एप से मुहैया कराई जा रही है. मरीजों को चिकित्सीय परामर्श के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है. सुबह नौ बजे से शाम तीन बजे तक मरीज ई-संजीवनी एप संचालित ऑनलाइन ओपीडी का लाभ उठा सकते हैं. कई मरीज विशेषज्ञ चिकित्सकों से घर बैठे इलाज करा रहे हैं. इसके लिए राज्य के 10 हजार 399 स्वास्थ्य उपकेंद्रों से टेली कंसल्टेशन की सुविधा दी जा रही है. समिति ने इन उपकेंद्रों के द्वारा दिए जा रहे टेली कंसल्टेशन के लक्ष्य का नए सिरे से निर्धारण किया है. पत्र में कहा गया है कि सात निश्चय -2 के अंतर्गत सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी जानी है.
राज्य के 10,399 स्वास्थ्य उपकेंद्रों द्वारा प्रतिदिन कम से कम पांच मरीजों को चिकित्सीय परामर्श दिया जाना है. इस हिसाब से हर रोज 51,995 मरीजों को टेली कंसल्टेशन के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया गया है. इस तरह से हर महीने राज्य में 12,99,875 मरीजों को टेली कंसल्टेशन के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराया जाना है.
ऐसे ले सकते हैं सलाह
टेली कंसल्टेशन के तहत मरीज अपनी समस्या बताकर डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं. मरीज इस सुविधा का प्रयोग कर अस्पताल में लगने वाली भीड़ व आने-जाने वाले समय को भी बचा सकते हैं. चिकित्सक के द्वारा बतायी गई दवा को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से निशुल्क लिया जा सकता है. इसके अलावा स्वास्थ्य उप केंद्रों पर कार्यरत एएनएम के माध्यम से भी टेलिमेडिसिन सुविधा से जुड़कर वीडियों कॉल के जरिए इलाज करा सकते हैं. वीडियो कॉल के जरिए मरीज और डॉक्टर एक-दूसरे के सामने आते हैं. मरीज को डॉक्टर ऑनलाइन परामर्श देते हैं. इलाज से जुड़े डॉक्टर की पर्ची की सॉफ्ट कॉपी भी तुरंत ऑनलाइन ही मिल जाती है. इस तरह पर्ची का प्रिंट निकाला जा सकता है.