नालंदा: 48 घंटे सूर्य की रोशनी नहीं मिलने पर भी 58 पंचायतों की गलियां सोलर लाइट से रोशन रहेंगी. गांवों को रोशन किये जाने की दिशा में एक फिर से पहल शुरू कर दी गयी है. बेन, परवलपुर, बिहारशरीफ व गिरियक की पंचायतों में चयनित कार्य एजेंसी द्वारा सोलर लाइट स्थापना का काम शुरू कर दिया गया है. एक पंचायत में फिलहाल 40 और एक वार्ड में 10 स्थानों पर लाइट लगाने का आदेश विभाग द्वारा दिया गया है. जिला पंचायती राज पदाधिकारी नवीन कुमार पांडेय व जिला पंचायत संसाधन केंद्र के प्रखंड परियोजना प्रबंधक प्रकाश कुमार ने बताया कि जिले में सोलर लाइट लगाने के लिए तीन एजेंसियां काम कर रही हैं. एजेंसियों द्वारा 33 सौ नये स्थानों पर लगाने के लिए लाइट की आपूर्ति की गयी है. 64 पंचायतों में 2460 स्थानों पर पहले ही सोलर लाइट स्थापित हो चुकी हैं. सोलर लाइट लगाने के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत हरनौत की बराह पंचायत से गयी थी. उस समय बराह पंचायत के गांवों में 170 लाइट स्थापित की गयी थी. अब जिले की सभी पंचायतों में लाइट स्थापित की जानी है.
गांवों में 20 वाट की लगाई जा रही ट्यूबलाइट
जिले की सभी पंचायतों के वार्डों में सोलर लाइट लगाने के लिए जगह का चयन कर लिया गया है. एक वार्ड में 10 लाइट लगायी जानी है. हालांकि, मुखिया की अनुशंसा पर 20 फीसद संख्या बढ़ाने का भी प्रावधान है. तीन एजेंसियों का चयन इसके लिए किया गया है. लाइट लगाये जाने की जिम्मेवारी पंचायत राज को दी गयी है. हर पोल पर 20 वाट की ट्यूबलाइट लगायी जा रही है. इसकी संरचना ऐसी है कि 48 घंटे सूर्य की रोशनी नहीं मिलने पर भी रोशनी देती रहेगी. यह रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम से जुड़ा है. इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग होती है.