बिहार

प्रदर्शनी में दिख रही है नरेन्द्र मोदी के नव भारत निर्माण की गाथा

Shantanu Roy
18 Oct 2022 6:22 PM GMT
प्रदर्शनी में दिख रही है नरेन्द्र मोदी के नव भारत निर्माण की गाथा
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बड़ी खबर
बेगूसराय। बिहार का पावन गंगा तट पर सदियों से धर्म, संस्कृति और अध्यात्म की त्रिवेणी बहते रहती है। यहां लगने वाले कल्पवास मेला में पूरे कार्तिक महीने देश-विदेश के श्रद्धालु त्रिवेणी में गोता लगाते रहते हैं। लेकिन केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के संसदीय क्षेत्र और राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा के गृह जिला में इस वर्ष के कल्पवास मेला में ना सिर्फ धर्म, संस्कृति और अध्यात्म की त्रिवेणी बह रही है। बल्कि कल्पवासी भारत को स्वतंत्रता दिलाने में जान न्योछावर करने वाले उन शहीदों को भी जान और समझ रहे हैं जिन्हें इतिहासकारों ने किताब के पन्नों पर जगह नहीं दी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश को विकसित भारत बनाने के लिए अपने शासनकाल के आठ वर्षों में सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के लिए चलाए गए कार्यक्रमों से भी रूबरू हो रहे हैं। कल्पवासियों को ढ़ेर सारी ऐसी जानकारी मिल रही है, जो जानकारी उन्हें गांव में आज तक नहीं मिल पा रही थी।
कल्पवासियों को सिर्फ जानकारी ही नहीं दी जा रही है, बल्कि उन्हें सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के आठ वर्षों से संबंधित पुस्तिका और पंपलेट भी दिए जा रहे हैं। ताकि जब हुए अपने गांव लौट कर जाएं तो स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से अपना वह अधिकार ले सकें, जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार लगातार आठ वर्षों से दिन-रात समर्पित है। यह कमाल किया है भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने, मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा यहां छह दिवसीय फोटो प्रदर्शनी लगाई गई है। इस आजादी का अमृत महोत्सव प्रदर्शनी परिसर में पूरे अपडेट डाटा के साथ बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किस प्रकार समाज के हर वर्ग किसान, मजदूर, छात्र, बेटी, महिला, बेरोजगार सबके कल्याण की योजनाएं चलाई जा रही है। प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है कि अंत्योदय सिद्धांत के मार्गदर्शन में नरेन्द्र मोदी की सरकार गरीबों, वंचितों और विकास यात्रा में पीछे छूट गए लोगों के लिए समर्पित है। भाषा कैसी भी हो हमारी संस्कृति भारतीय है। देश के हर गरीब व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। हमारे युवा आत्मनिर्भर भारत की मजबूत नहीं बनेंगे। भारत दुनिया की सबसे अधिक खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, हम सभी वैश्विक कंपनियों के भारत आने और यहां तक उपस्थिति दर्ज कराने का खुले मन से स्वागत कर रहे हैं।
आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य कवरेज योजना है, 3.28 करोड़ लोगों का मुफ्त इलाज हो चुका है, 87 सौ से अधिक प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले गए, जहां 90 प्रतिशत तक सस्ती दवाई मिल रही है। आत्मनिर्भरता सब पर भारी है, आयुष से पारंपरिक दवाओं को फिर से उपयोग में लाया जा रहा है। योग के माध्यम से स्वास्थ्य और फिटनेस की गारंटी मिल रही है। कोविड आने पर दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे तेज और अब तक का सबसे बड़ा डिजिटल टीकाकरण अभियान चलाया गया, वसुधैव कुटुंबकम को आत्मसात किया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना गांव और शहर के गरीबों की आवास समस्या का तेजी से समाधान कर रही है। पहल से एलपीजी कनेक्शन में लिकेज और बिचौलिए की भूमिका खत्म हुई। सौभाग्य से शत-प्रतिशत घर का विद्युतीकरण हो गया। उज्जवला से नौ करोड़ से अधिक मुक्त हुए। जल जीवन मिशन 6.29 करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल दिया। युवा शक्ति को कुशल बनाने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से 2021 तक 1.34 करोड़ से अधिक प्रशिक्षित हुए, आईटीआई की संख्या 24 प्रतिशत बढ़ गई।
न्यू इंडिया विकास के मार्ग पर चल रहा है, राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में 208 प्रतिशत की वृद्धि हुई, भारतमाला योजना से 34 हजार आठ सौ किलोमीटर 22 ग्रीन कॉरिडोर बना। 80 करोड़ भारतीयों के खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित किया गया। दुनिया का सबसे बड़ा वित्तीय समावेशन कार्यक्रम चलाकर प्रधानमंत्री जन धन योजना से 45 करोड़ लोगों को बैंकिंग में शामिल किया गया। 22 लाख करोड़ से अधिक रुपये का प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया। गतिशक्ति से प्रगति में तेजी आई, नागरिक का जीवन आसान बना, अवसंरचना विकास के साथ रोजगार का सृजन हुआ। ड्रोन और अंतरिक्ष उद्योग में भारत तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हुआ। नमामि गंगे मिशन से गंगा के कायाकल्प खर्च में 288 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, 364 परियोजनाओं को मंजूरी मिली। डिजिटल भुगतान परिदृश्य में व्यापक सुधार हुआ और अभूतपूर्व वृद्धि के साथ वैश्विक स्तर पर भारत ट्रांजैक्शन में प्रथम स्थान पर है। देश के गौरव किसानों का कल्याण सुनिश्चित किया गया, किसानों के बजट आवंटन में 5.6 गुना वृद्धि हुई, 11 करोड़ से अधिक किसानों को किसान सम्मान का लाभ दिया जा रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड से तीन करोड़ से अधिक किसानों को किफायती ऋण दिया जा रहा है। 57.5 लाख किसानों को पीएम कृषि सिंचाई योजना का लाभ मिला। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा चार लाख हेक्टेयर से अधिक आच्छादन हो चुका है। 23 करोड़ किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड दिया गया, फसलों के एमएसपी में रिकॉर्ड वृद्धि हुई। 37 करोड़ से अधिक किसानों को पीएम फसल बीमा योजना में पंजीकृत किया गया। स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया जा रहा है, नया भारत बना रहा है, 2016 से अब तक 95 सौ से अधिक अटल टिकरिंग लैब खोले गए, 70 हजार से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स हैं।
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