बिहार

राज्य सरकार विशेष टीईटी और एसटीईटी आयोजित कर 25500 उर्दू, फारसी व अरबी के शिक्षकों की भर्ती करेगी

Admin Delhi 1
27 Feb 2023 1:19 PM GMT
राज्य सरकार विशेष टीईटी और एसटीईटी आयोजित कर 25500 उर्दू, फारसी व अरबी के शिक्षकों की भर्ती करेगी
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पटना न्यूज़: राज्य सरकार विशेष टीईटी और एसटीईटी आयोजित कर उर्दू, फारसी तथा अरबी विषयों के शिक्षकों की भर्ती करेगी. चरणबद्ध तरीके से 26500 ऐसे शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी. शिक्षा मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर ने 15 दिनों में विशेष टीईटी व एसटीइटी आयोजित करने संबंधी नियमावली के साथ पूरी कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया है. उसके बाद शिक्षा विभाग इसकी योजना बनाने में जुट गया है.

दरअसल, पिछले दिनों बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने शिक्षा मंत्री से मिलकर शिक्षकों के नहीं होने के कारण होने वाली परेशानियों के संबंध में अपनी बात रखी थी. इस समय उर्दू विषय के लिए कक्षा 1 से 5 तक 30032 स्वीकृत पद हैं, जबकि 18666 ही कार्यरत हैं. 11166 पद रिक्त पड़े हैं. इसी प्रकार कक्षा 6 से 8 तक के लिए 3794 स्वीकृत पद हैं, लेकिन मात्र 2645 कार्यरत हैं. यहां भी 1637 पद रिक्त हैं. शिक्षक-छात्र अनुपात के आधार पर कक्षा 1 से 5 तक 4580, जबकि कक्षा 6 से 8 तक के लिए 2810 शिक्षक अतिरिक्त पद सृजन की आवश्यकता होगी. इस प्रकार कक्षा 1 से 8 तक उर्दू विषय के लिए लगभग 20000 पदों पर रिक्तियां होंगी. इसी प्रकार माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में भी काफी संख्या में रिक्त पद हैं. माध्यमिक शिक्षक में उर्दू विषय में 2000, फारसी में 600 तथा अरबी में 300 पद कुल 2900 पद का सृजन किया जा रहा है. जबकि उच्च माध्यमिक शिक्षकों में उर्दू के लिए 2000, फारसी के लिए 400 और अरबी के लिए 200 पदों का सृजन किया जा रहा है. इस प्रकार माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उर्दू, फारसी एवं अरबी विषयों के लिए लगभग 5500 पदों पर नियुक्ति होगी.

ऐसे होगी परीक्षा: टीईटी परीक्षा के लिए उर्दू, फारसी व अरबी विषयों की कक्षा एक से पांच तक के पेपर एक तथा कक्षा 6 से 8 पेपर दो का आयोजन होगा. इसी प्रकार एसटीईटी के उर्दू,फारसी व अरबी विषय के कक्षा 9 से 10 पेपर एक तथा कक्षा 11 से 12 पेपर दो आयोजित किया जाएगा.

विशेष टीईटी तथा एसटीइटी के बाद पर्याप्त संख्या में इन विषयों के शिक्षकों की बहाली हो सकेगी. साथ ही इन विषयों को पढ़ने वाले छात्रों के साथ नैसर्गिक न्याय भी हो सकेगा.

- डॉ. चन्द्रशेखर, शिक्षा मंत्री

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