दरभंगा न्यूज़: शोभन में एम्स के लिए जमीन की स्वीकृति मिलने पर शहर के वरिष्ठ चिकित्सकों ने राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है. आईएमए के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व दरभंगा मेडिकल कॉलेज एलुमनी एसोसिएशन के सचिव डॉ. रमण कुमार वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय के वर्तमान और पूर्ववर्ती छात्रों का मान रख लिया. हम शुरू से कह रहे थे कि एम्स दरभंगा मेडिकल कॉलेज के कैंपस से बाहर बनना चाहिए.
उन्होंने कहा कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज मिथिला और समीपवर्ती राज्यों की स्वास्थ्य की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करता है. उसकी गरिमा की रक्षा के लिए सरकार को प्रयत्नशील रहना चाहिए. अब सरकार से हमारी मांग है कि मास्टर प्लान को यथाशीघ्र लागू किया जाए और डीएमसीएच को उच्च स्तरीय संस्थान में विकसित किया जाए. वहीं, आईएमए, दरभंगा के अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार ने कहा कि जिस समय सरकार ने डीएमसी कैंपस में एम्स बनाने का निर्णय लिया, मैंने उसी समय इस पर प्रश्नचिन्ह लगाया था. यहां के छात्रों का पठन-पाठन, हॉस्टल की व्यवस्था, शिक्षकों के आवास की चिंता को ध्यान में रखे बिना यहां एम्स निर्माण से शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जा रही थी. देर आयद दुरुस्त आयद. सरकार ने एक विवेकपूर्ण निर्णय किया है और इसके लिए वह साधुवाद की पात्र है.
डीएमसी एल्यूमिनी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. भरत प्रसाद ने कहा कि यह सत्य की जीत है. सरकार इसके लिए बधाई की पात्र है. सरकार ने शोभन के पास एम्स बनाने का जो निर्णय लिया है वह सोच-समझकर और जनता के हित में लिया गया निर्णय है. डीएमसीएच के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश ने कहा कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज के सभी छात्रों और शिक्षकों की ओर से एवं दरभंगा के जन-जन की ओर से सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद. डीएमसीएच परिसर में एम्स बनाने से कॉलेज की चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह प्रभावित होने वाली थी. उसके साथ यातायात व्यवस्था पर जो दबाव बनता उससे शहर जाम में बुरी तरह फंस जाता.
जनता के हित में सोच-समझकर निर्णय लेने के लिए बिहार सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद