कोसी नदी पर हरिओ के त्रिमुहान घाट के पास निर्माणाधीन पुल का एक पाया तेज धार में बह (bridge under construction got washed away in edge of Kosi) गया है. शनिवार को बहुप्रतीक्षित एनएच 106 मिसिंग लिंक (30किलोमीटर ) बिहपुर से फूलोत तक कोसी नदी पर बन रहे पुल का एक 124 नंबर पाया(कुंआ ) हरिओ के त्रीमुहान घाट के पास कोसी नदी के तेज बहाव में बह गया. जो पाया पानी में बह गया वह 1400 टन वजनी था और उसका व्यास 8.50 मीटर था. इससे 2.27 करोड़ रुपये का नुकसान कंपनी को हुआ है.
एफकॉन के प्रोजेक्ट मेनेजर बी के झा, डीजीएम अरविंद कुमार, सीनियर मेनेजर तकनीक शैलेश तिवारी और एजीएम रणजीत कुमार ने बताया कि जो पाया (कुंआ) पानी में बह गया, वो 1400 टन वजनी था और उसका व्यास 8.50 मीटर था. इस पाया के बह जाने से कंपनी को 2 करोड़ 27 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि कोसी की मुख्य धारा में चार पाया 121,122,123 और 124 है. तीन पाया का काम पूरा हो चुका हैं लेकिन 124 नंबर पाया के नीचे कंक्रीट आ जाने के कारण काम पूरा नहीं हो पाया.996 करोड़ की लागत से निर्माण: वहीं गोताखोरों को बुला कर जब दिखाया तो 1 जून को पता चला कि कुंआ के नीचे बंडल में बिजली का पोल था. कोसी के पानी का बहाव तेज होने के कारण कुंआ के नीचे से मिट्टी खिसक गई और ये कुंआ (पाया ) बहाव में बह गया. पुल का निर्माण एवं सड़क कुल मिलाकर 996 करोड़ की लागत से हो रहा हैं. जिसमें 41 पुलिया, माइनरब्रिज का निर्माण हो रहा है. पुल निर्माण का कार्य 7 मार्च से शुरू हुआ था और 6 जून 2024 को खत्म होना है.
ज्ञात हो की मिसिंग लिंक में टोटल 141 कुंआ (पाया)है. जिसमें मधेपुरा जिले के फूलोत में 22 कुंआ और भागलपुर जिले में 22 कुंआ (पाया) पर काम चल रहा है.10 जून से ही कोसी के जलस्तर में वृद्धि शुरू हो गई है.18 जून को करीब 2 मीटर जल स्तर बढ़ गया. कोसी के पानी का बहाव 1.9 मीटर/सेकेंड का है, जिस कारण निर्माणाधीन पाया (कुंआ) कोसी के गर्भ में समा गया. प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है.