बिहार

जल जीवन हरियाली अभियान की योजना सर्वाधिक प्रभावित

Admin Delhi 1
16 Aug 2023 4:30 AM GMT
जल जीवन हरियाली अभियान की योजना सर्वाधिक प्रभावित
x

बेगूसराय: सरकार पंचायतों के समुचित विकास की बात कर रही है. त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था लागू होने के बाद सरकार पंचायतों को सुदृढ बनाने की दिशा में कवायद कर रही है.

परन्तु राशि नहीं आवंटित किए जाने से पंचायतों का विकास कार्य प्रभावित हो रहा है. राशि नहीं रहने से जल जीवन हरियाली अभियान,जल निकासी की व्यवस्था,ग्रामीण सड़कों की मरम्मतीकरण समेत कई विकास कार्य अवरुद्ध हैं.

खोदावंदपुर प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष सह मेघौल पंचायत के मुखिया पुरुषोत्तम सिंह,बाड़ा पंचायत की मुखिया बेबी देवी, दौलतपुर पंचायत के मुखिया उमा कुमार चौधरी, बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के मुखिया बाबू प्रसाद वर्मा,फफौत पंचायत की मुखिया उषा देवी,सागी पंचायत के मुखिया इरशाद आलम ने बताया कि विकास मद की राशि नहीं मिलने से पंचायत के विभिन्न विकास कार्य रुका हुआ है. खासकर जल जीवन हरियाली अभियान की योजना,पंचायत के विभिन्न वार्डों से जल निकासी का कार्य नहीं हो रहा है. वार्डो में जर्जर पथों का जीर्णोद्धार कार्य भी बाधित हो रहा है. राशि के अभाव में पंचायतों की कई सार्वजनिक समस्याओं का निराकरण करने में परेशानी हो रही है.

पशु सखियों को बकरी पालन की दी गई ट्रेनिंग

कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर द्वारा बकरी पालन विषय पर पशु सखियों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 27 पशु सखियों ने भाग लिया. प्रशिक्षण के दौरान पशु सखियों को बकरी के पोषण रखरखाव एवं उनसे संबंधित बीमारियों की पहचान व उसके निदान पर विस्तृत जानकारी दी गई.

इस प्रशिक्षण में टीकाकरण, क्रीमीनाशक औषधि एवं बंध्याकरण का भी प्रशिक्षण केंद्र के पशुशाला में दिया गया. कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ. राम पाल ने महिलाओं के लिए बकरी पालन के महत्व के बारे में विस्तृत रूप से बताया. उन्होंने कहा कि बकरी पालन कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं. इस प्रशिक्षण का संचालन केंद्र के पशु वैज्ञानिक डॉ. विपिन द्वारा किया गया. इस प्रशिक्षण में प्रधान संस्था की 21 तथा निर्देश संस्था की छह पशु सखियों ने भाग लेकर ट्रेनिंग प्राप्त किया.

Next Story