बेगूसराय: बछवाड़ा व मंसूरचक प्रखंडों को जोड़ने वाली करीब पांच किलोमीटर लंबी मुख्य सड़क की हालत इन दिनों काफी खतरनाक बनी हुई है. पिछले करीब 10 वर्षों से यह सड़क पूरी तरह खाइयों में तब्दील है. पिछले तीन- चार दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद इस सड़क की हालत और खस्ता बन गई है.
सड़क पर कीचड़ व जगह-जगह सड़क की खाइयों में पानी भर जाने से इस होकर पांव- पैदल चलने पर भी संकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है. सड़क में जगह-जगह खाइयों के कारण इस होकर गुजरने वाले वाहनों के पलटने का खतरा मंडरा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क से गुजरने के दौरान अक्सर साइकिल व मोटरसाइकिल सवार लोगों को गिरकर घायल होना पड़ रहा है. कई बार ऑटो व ई- रक्शिा पलटने से उसमें सवार यात्री घायल होकर अस्पताल पहुंच चुके हैं. ग्रामीणों ने कहा कि बछवाड़ा जंक्शन से अरबा, जहानपुर, कादराबाद, भीखमचक, भरौल, बहरामपुर समेत मंसूरचक व भगवानपुर प्रखंडों के दर्जनों गांवों को यह सड़क जोड़ती है.
सड़क की जर्जरता से सवारियों की रहती है जान सांसत में
एनएच- 28 से बछवाड़ा बैंक बाजार होते हुए मंसूरचक बाजार तक सामानों से भरेे ट्रक व अन्य मालवाहक गाड़ियों की इसी जर्जर सड़क होकर प्रत्येक दिन आवाजाही होती है. इस सड़क होकर कई स्कूली बस भी रोज चलती हैं. सुबह से शाम तक बछवाड़ा जंक्शन से यात्रियों को लेकर मंसूरचक, कादराबाद व भगवानपुर प्रखंडों के विभन्नि गांवों तक इस सड़क पर ऑटो, ई- रक्शिा व अन्य सवारी गाड़ियों की आवाजाही होती है. सड़क की जर्जरता के कारण सवारियों की जान सांसत में रहती है.
घनी आबादी के बीच से गुजरती है सड़क
अरबा, जहानपुर, भीखमचक आदि गांवों की घनी आबादी के बीच से गुजरने वाली इस सड़क की जर्जर स्थिति के कारण सड़क के किनारे घरों पर वाहनों के पलटने का खतरा मंडरा रहा है. बरसात के दिनों झील में तब्दील इस सड़क से वाहनों के गुजरने के दौरान पानी के छींटे से राहगीरों को सराबोर होने की नौबत रहती है. अरबा निवासी अरुण यादव, किसान नेता राजीव चौधरी, सुबोध साह, रामपुनीत राय आदि ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों व विभागीय अधिकारियों से इस सड़क के कायाकल्प करवाने की मांग करते- करते वे थक चुके हैं किंतु हालात जस की तस बनी हुई है. ग्रामीणों ने कहा कि स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने करीब आठ माह पूर्व ही इस सड़क नर्मिाण की स्वीकृति दिए जाने की बात कही थी किंतु अब तक सरजमीं पर कोई काम शुरू नहीं हो सका है.