बिहार

जिले में नहीं होती है दूध की गुणवत्ता की जांच

Admin Delhi 1
3 March 2023 7:19 AM GMT
जिले में नहीं होती है दूध की गुणवत्ता की जांच
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गोपालगंज न्यूज़: जिले में धड़ल्ले से सिंथेटिक व मिलावटी दूध बेचा जा रहा है. लेकिन, प्रशासनिक स्तर पर दूध की गुणवत्ता की जांच नहीं होती है. जिले में फूड इंस्पेक्टर का पद रिक्त है और सारण के फूड इंस्पेक्टर को यहां का चार्ज मिला है.

जो शायद ही कभी जिले का दौरा कर दूध या मिठाई की गुणवत्ता की जांच करते हैं. यही कारण है कि जिले में सिंथेटिक व मिलावटी दूध बेचनेवालों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. शहर के अलावा जिले के मीरगंज, सासामूसा, कुचायकोट, थावे, बरौली, दिघवादुबौली, महम्मदपुर, बथुआ, भोरे, कटेया व विजयीपुर आदि बाजारों में सिंथेटिक व मिलावटी दूध की दुकानें संचालित हो रही है.

जहां किसी अधिकारी या टीम के पहुंचकर जांच करने का कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है. लगभग हर चौक-चौराहे पर पैकेट में भरकर सिंथेटिक व मिलावटी दूध की बिक्री की जा रही है. जबकि, सिंथेटिक व मिलावटी दूध पीने से सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है. ऐसे में लोगों को मिलावटी दूध की खरीदारी करने से बचना चाहिए.

दूध की खुद कर सकते हैं जांच

अगर संभव हो तो ग्वाला से ही दूध की खरीदारी करनी चाहिए. ग्वाला से लिए गए दूध की जांच के लिए दूध की कुछ बूंद सतह पर डालें. अगर दूध बह जाए और पीछे पानी जैसी लकीर बने तो दूध में पानी की मिलावट है. वहीं अगर पैकेट वाला दूध लेते हैं तो इसमें रसायन या अन्य तत्व की मिलावट की जांच के लिए प्रयोगशाला ही जाना होगा. वैसे स्वाद के आधार पर भी आप दूध में मिलावट का आकलन कर सकते हैं. लेकिन, इससे मिलावट प्रमाणित नहीं होगा. इसी प्रकार दूध से बनी पनीर की जांच भी की जा सकती है. वहीं शुद्ध घी की जांच के लिए एक चम्मच घी में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल या आयोडिन मिलाएं. रंग बदलने पर घी में मिलावट होने की पूरी संभावना है.

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