बिहार

दिव्यांग बच्चों के हित में समेकित कार्य योजना लागू कराने की प्रक्रिया तेज

Admin Delhi 1
11 April 2023 5:33 AM GMT
दिव्यांग बच्चों के हित में समेकित कार्य योजना लागू कराने की प्रक्रिया तेज
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लखीसराय: शून्य से 18 वर्ष आयु वर्ग के चिन्हित दिव्यांग बच्चों के दिव्यांगता की जांच-सह-मुल्यांकन, दिव्यांगता प्रमाणीकरण एवं विभिन्न विभागों के द्वारा प्रदत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के समेकित कार्य-योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए सोमवार को पदाधिकारियों के साथ गहन विचार-विमर्श किया गया।

कारगिल भवन में आयोजित बैठक में उप विकास आयुक्त (डीडीसी) सुशांत कुमार ने विगत वर्ष शिक्षा विभाग द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में चिन्हित 8,680 दिव्यांग बच्चों का अविलंब प्रमाणीकरण सुनिश्चित करने के लिए सभी पदाधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को प्रखंड स्तरीय दिव्यांगता प्रमाणीकरण एवं यूडीआईडी निर्माण के लिए विशेष शिविर आयोजन की तिथि निर्धारण, मेडिकल टीम गठन तथा शिविर आयोजन के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिया।

डीडीसी ने जिला सांख्यिकी कार्यालय प्रतिनिधि को विशेष शिविर के दौरान ही दिव्यांग बच्चों के आधार निर्माण के लिए भी तैयारी करने का निर्देश दिया। इससे पूर्व उन्होंने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से प्रखंड दिव्यांगता पंजी की अद्यतन स्थिति के संबंध में जानकारी ली तथा संबंधित दिव्यांग बच्चों के प्रमाणीकरण के संबंध में अपने स्तर से सभी तैयारी करने तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को भी दिव्यांगता पंजी की एक प्रति उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

विशेष शिविर में सर्वेक्षित दिव्यांग बच्चों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए गुरू गोष्ठी कर प्रधानाध्यापकों को संबंधित दिव्यांग बच्चों तक प्रमाणीकरण शिविर के संबंध में जानकारी देने का निर्देश दिया। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को सर्वेक्षण में छूटे हुए परंतु कालांतर में चिन्हित दिव्यांग बच्चों की विवरणी भी प्रखंड दिव्यांगता पंजी में दर्ज कराने का निर्देश दिय

इससे पूर्व जिला समावेशी शिक्षा समन्वयक ने बताया कि 2022 में शिक्षा विभाग बेगूसराय द्वारा आंगनबाड़ी सेविका, टोला सेवक एवं तालीमी मरकज के द्वारा शून्य से 18 आयु वर्ग के 8680 दिव्यांग बच्चे चिन्हित किए गए थे। जिसमें से अब तक 2660 बच्चों का प्रमाणीकरण एवं यूडीआईडी कार्ड निर्माण हो गया है। शेष 6020 सर्वेक्षित दिव्यांग बच्चों का प्रमाणीकरण शेष है।

उल्लेखनीय है कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग से प्राप्त निर्देश के आलोक में उक्त आयु वर्ग के दिव्यांग बच्चों को विभिन्न विभागों के द्वारा प्रदत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए समेकित कार्य योजना तैयार की गई है। चिन्हित दिव्यांग बच्चों को सहाय्य उपकरण, शैक्षणिक उपकरण, शिक्षण सामग्री, निकटवर्ती आंगनबाड़ी केंद्र एवं विद्यालय में नामांकन, दृष्टिबाधित दिव्यांग बालिकाओं का कस्तुरबा गांधी विद्यालय में नामांकन तथा बच्चों को जरूरत के अनुसार शल्य चिकित्सा करने की व्यवस्था किया जाएगा।

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