रैंकिंग में बनेगी अतिक्रमण की समस्या बाधक, कूड़ा-कचरा उठाव पर 1750 अंक निर्धारित
गोपालगंज न्यूज़: स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में अव्वल रैंकिंग पाने के लिए नपं प्रशासन अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. लेकिन, शहर में कदम-दर-कदम अतिक्रमण के कारण ग्रीन व क्लीन बरौली की सूरत बिगड़ती नजर आ रही है. आलम यह है कि शहर में हर ओर सड़क, फुटपाथ व नालों पर बेतरतीब ढंग से दुकानें सजी हैं. कहीं ठेला तो कहीं पटरी पर लोग कारोबार करते दिख जाएंगे. नगर बोर्ड की बैठक में 4 साल पहले प्रस्ताव पारित करने के बाद भी शहर में वेंडिंग जोन नही बन सका है. ऐसे में सड़कों के किनारे रोज सैकड़ों दुकानें बेतरतीब सजती हैं. जिससे शहर में सुबह से शाम तक जाम लगा रहता है. हालांकि, हाल ही में नपं प्रशासन ने सर्वे करा 142 लोगों को अतिक्रमण हटाने को लेकर नोटिस भेजा है. लेकिन,कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. स्वच्छता सर्वे के दौरान शहर साफ-सुथरा, सुंदर व आकर्षक दिखने के अलावा मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार अतिक्रमण मुक्त होना जरूरी है. उधर, नपं के प्रधान सहायक राजदेव राय ने कहा कि शहर से अतिक्रमण हटवाने को लेकर कारवाई शुरू कर दी गई है.
नपं कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में कूड़ा-कचरा उठाव अहम माना गया है. इसके लिए 1750 अंक मिलेंगे. सर्वे के दौरान सर्विस लेवल प्रोग्रेस अहम होगा. कुल 9500 अंकों में से 4525 अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस के निर्धारित किए गए हैं. सिवरेज के ढक्कन 100 फीसद कवर होने चाहिए. कचरा प्रबंधन के 1830 अंक इस बार निर्धारित किए गए हैं.
परिषद द्वारा शहर में जगह-जगह वेंडिंग जोन बनाया जाएगा. फिलवक्त शहर से अतिक्रमण हटाने को लेकर कारवाई तेज कर दी गई है. नगर में कूड़ा-कचरा उठाव, साफ-सफाई पर कड़ी नजर रखी जा रही है. लोगों से अपील की जा रही है कि नगर को साफ रखने में नपं की मदद करें. - सरोज कुमार बैठा, ईओ, नगर परिषद, बरौली