
प्रधानाचार्य नागेश्वर दास ने कहा, हमने स्कूल के सभी शिक्षकों, गार्डों और रसोइयों के साथ एक बैठक की थी। इसमें तय किया गया कि सिर्फ छात्र ही नहीं स्कूल का हर कर्मचारी यूनिफॉर्म पहन कर आएगा।
चुनिंदा प्राइवेट स्कूलों में बच्चों के साथ शिक्षक की भी एक तय यूनिफार्म होती है। सरकारी स्कूल में ऐसा होना अपने आप में अचंभे वाली बात है, लेकिन बिहार के एक माध्यमिक विद्यालय में ऐसा ही हुआ है। यहां सिर्फ बच्चे ही नहीं शिक्षक, रसोइए और अन्य कर्मचारी भी यूनिफार्म में स्कूल पहुंच रहे हैं। ऐसा संभव हुआ है वहां के प्रधानाचार्य के प्रयासों के चलते।
दरअसल, बिहार के गया जिल के नक्सल प्रभावित बांके बाजार प्रखंड के सरकारी माध्यमिक विद्यालय में बच्चों के साथ शिक्षक व अन्य कर्मचारी भी स्कूल पहुंचे। बच्चे जहां नेवी ब्लू शर्ट और ब्लू पैंट में दिखाई दिए तो शिक्षक गुलाबी रंग की शर्ट और नीले रंग की पैंट में स्कूल पहुंचे।
प्राइवेट फंड से बनवाई ड्रेस
इस मामले में विद्यालय के प्रधानाचार्य नागेश्वर दास ने कहा, हमने स्कूल के सभी शिक्षकों, गार्डों और रसोइयों के साथ एक बैठक की थी। इसमें तय किया गया कि सिर्फ छात्र ही नहीं स्कूल का हर कर्मचारी यूनिफॉर्म पहन कर आएगा। इसके बाद मैंने अपने निजी फंड से यूनिफार्म का पहला सेट उपलब्ध कराने का फैसला किया।