
राम प्रसाद राउत ने पोस्टल ऑर्डर, नॉन ज्यूडिशियल स्टांप इत्यादि मिलने में होने वाली कठिनाइयों को साझा किया और विभाग की टालने वाले रवैया के विरुद्ध संघर्ष करते रहने का आह्वान किया। संगठन के विधि सलाहकार अधिवक्ता राकेश रंजन झा ने सभी कार्यकर्ताओं को हमेशा विधिक सलाह देते रहने के संकल्प और अबतक की सफल आरटीआई आवेदनों के बारे में बताया। सामाजिक कार्यकर्ता राम सुफल यादव ने आरटीआई को आमजनों का मजबूत हथियार बताया। पूर्व सैनिक बबलू गुप्ता ने बैंक द्वारा जानकारी साझा करने में हो रही परेशानी का उपाय जाना। पत्रकार प्रो. जगदीश प्रसाद यादव आरटीआई जागरूकता कार्यक्रम से लोगों को लाभ लेने को कहा। शुभम कुमार ने 150 से अधिक मामले के निष्पादन की यात्रा को साझा किया।
पत्रकार सुरेश कुमार गुप्ता ने विभागीय अधिकारियों के सुस्त रवैये की आलोचना की। मनीष सिंह यादव ने संगठन को पञ्चायत स्तर पर विस्तार कर लोगों को आरटीआई के संबंध में शिविर लगाकर जागरूक करने का प्रस्ताव रखा। संजय कुमार पंडित ने आरटीआई को पत्रकारों का शस्त्र और अस्त्र बताया। लक्ष्मण सिंह यादव ने छात्रों को इससे होने वाले लाभ के संबंध में प्रश्न पूछे। कई नए लोगों ने संगठन की सदस्यता भी ग्रहण किया। कार्यक्रम में शामिल सभी कार्यकर्ताओं को प्रमाण पत्र दिया गया। आरटीआई एक्टिविस्ट एसोसिएशन के मधुबनी जिला मीडिया प्रभारी और दूरदर्शन (डीडी न्यूज/डीडी बिहार) संवाददाता सुभाष सिंह यादव ने आरटीआई अधिनियम के लिए हुए संघर्ष यात्रा को बताते हुए सफलताओं का वर्णन किया। संगठन का महत्त्व बताते हुए प्रखंडों में भी विस्तार का प्रस्ताव रखा। मनीष सिंह यादव को संगठन का जयनगर अनुमंडल संयोजक बनाया गया और इसके तीनों प्रखंडों में विस्तार की जिम्मेवारी सौंपी गई। इस कार्यक्रम में ललन कुमार मिश्र, अधिवक्ता राकेश रंजन झा, प्रो. जगदीश प्रसाद यादव, राम प्रसाद राउत, राम सुफल यादव, पूर्व सैनिक बबलू कुमार गुप्ता, दीनानाथ पाण्डेय, संजय तिवारी, घुरन दास, संजीव कुमार मिश्र, आशुतोष कुमार, प्रशान्त कुमार रंजन, मनीष सिंह यादव, शुभम कुमार, शिवम कुमार गुप्ता, अजित कुमार, सुरेश कुमार गुप्ता, संजय कुमार पंडित, लक्ष्मण सिंह यादव, परमानंद कुमार 'नंद', सुभाष सिंह यादव शामिल हुए और संबोधित किए।