पटना: पटना एयरपोर्ट पर बरसात में अक्सर जलजमाव की स्थिति हो जाती है. जलनिकासी के लिए हर साल नगर निगम या बुडको को ट्रैक्टर पर पंपलेट लगाकर व्यवस्था करनी पड़ती है. इस समस्या के निजात के लिए सरपेंटाइन नाले की ढाल को और गहरा किया जाएगा ताकि बरसात के दिनों में यहां जलजमाव नहीं हो सके.
इधर, बाइपास नाले का सीवर पाइप लाइन कई मोहल्लों से अब तक नहीं जुड़ा हुआ है उसे भी बरसात के पहले जोड़ दिया जाएगा. ताकि पटना के दक्षिणी इलाके में जलजमाव की समस्या नहीं हो सके. नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर की अध्यक्षता में सात विभागों और एजेंसियों के अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें यह निर्णय लिया गया.
नगर आयुक्त ने कहा कि नालों की उड़ाही का काम बरसात से पहले कर ले. नूतन राजधानी अंचल में बुद्ध स्मृति पार्क के पास बरसात में जल जमाव की आशंका व्यक्त की गई है. क्योंकि वहां पटना मेट्रो का काम चल रहा है. इसी प्रकार गांधी मैदान में भी स्थिति बनी हुई है. बैठक में उपस्थित पटना मेट्रो के अधिकारियों से नगर आयुक्त ने कहा कि ऐसी व्यवस्था करें कि नगर निगम का सीवर पाइप लाइन प्रभावित नहीं हो. कहीं भी मिटटी या कचरा नहीं फेंक दें. बुडको के एमडी योगेश कुमार सागर को नगर निगम के अधिकारियों ने संज्ञान में लाया. बाइपास नाले का कनेक्शन कई मोहल्ले के सीवर पाइप लाइन से अभी तक नहीं हुआ है जिसके कारण जल निकासी नहीं हो पाती है. यदि पाइप लाइन को जोड़ दिया जाए तो इस इलाके में जलजमाव की स्थिति नहीं होगी. पटना एयरपोर्ट के निकासी द्वार पर अक्सर बरसात के दिनों में जलजमाव की स्थिति हो जाती है.
ऐसी स्थित नहीं हो इसके लिए पथ निर्माण विभाग और बुडको को आसपास में मिलकर नाले की ढाल को और गहरा किया जाएगा. बैठक में यह भी समस्या उठाई गई कि कई विभागों के द्वारा सही तरीके से काम नहीं करने के कारण नाला ध्वस्त हो जाता है. बैठक में नगर निगम के अलावा, बुडको, पथ निर्माण विभाग, पेसु, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम, गेल इंडिया लिमिटेड, पटना मेट्रो, भवन निर्माण विभाग, नमामि गंगे, जल संसाधन विभाग आदि के कार्यपालक अभियंता मौजूद थे.