बिहार

नवजात की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा

Admindelhi1
27 March 2024 5:38 AM GMT
नवजात की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा
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पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझाने बुझाने का प्रयास किया

मुंगेर: सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में की देर रात करीब 2 बजे प्रसव के दौरान एक नवजात की मौत होने पर परिजनों ने नर्स व आशा पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. हंगामा की सूचना पर की रात ही कोतवाली थाना की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझाने बुझाने का प्रयास किया.

की सुबह परिजनों द्वारा इस संबंध में डीएम और सिविल सर्जन को आवेदन देकर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की. प्रसव वार्ड में जिस समय महिला ने नवजात को जन्म दिया उस समय प्रसव वार्ड में ड्यूटी से महिला चिकित्सक गायब थी. हंगामा कर रहे परिजनों का आरोप था कि प्रसव वार्ड में महिला डाक्टर की अनुपस्थिति में नर्स और आशा द्वारा गलत ढंग से प्रसव कराने के कारण नवजात की मौत हो गई.

परिजनों द्वारा नर्स से बार-बार महिला डाक्टर को बुलाकर सीजेरियन से प्रसव कराने का अनुरोध की, लेकिन नर्स ने परिजनों की बातों को अनसुना करते हुए डाक्टर को नहीं बुलाया. नर्स द्वारा सुई देने के बाद प्रसूता को दर्द हुआ इसके पश्चात नर्स और आशा द्वारा गलत तरीके से नार्मल डिलेवरी कराने का प्रयास किया गया, जिस कारण पेट में ही नवजात की मौत हो गई. वहीं अस्पताल प्रबंधन द्वारा नवजात की मौत का कारण फिलहाल स्टिल बर्थ बताया गया है. की सुबह परिजनों ने डाक्टर एवं नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुंगेर डीएम और सिविल सर्जन को लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार सिन्हा ने अस्पताल उपाधीक्षक के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर जांच रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया. जांच रिपोर्ट में दोषी पाए गए कर्मियों पर कार्रवाई की बात सिविल सर्जन ने कही है.

डाक्टर ड्यूटी से थी अनुपस्थित : प्रसव वार्ड में की रात 8 से सुबह 8 बजे तक महिला डॉक्टर स्वाति कुमारी की ड्यूटी थी. इसके अलावा स्टाफ नर्स में शोभा शरण, क्रांति कुमारी और अंकिता की ड्यूटी थी. लेकिन रात 11 बजे अस्पताल प्रबंधक द्वारा जायजा लेने के बाद महिला डाक्टर स्वाति कुमारी ड्यूटी छोड़ कर घर चली गई थी. महिला डाक्टर की अनुपस्थिति में गर्भवती महिला मोनी कुमारी को रात एक बजे नर्स द्वारा सुई लगाई गई. सुई देने के पश्चात प्रसव पीड़ा शुरू हुई. इसके बाद परिजन द्वारा डॉक्टर को बुलाने की गुहार लगाई गई. लेकिन नर्स ने परिजनों की बात को अनसुना करते हुए आशा की सहायता से खुद नार्मल डिलेवरी कराने में जुट गई. इस दरम्यान 1.53 बजे मृत बच्चे का जन्म हुआ.

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