बिहार
नियोजित शिक्षकों ने काली पट्टी लगाकर किया सरकार की शिक्षक विरोधी नीति का विरोध
Shantanu Roy
1 Sep 2022 6:28 PM GMT
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बेगूसराय। पुरानी पेंशन शीघ्र लागू करने की मांग को लेकर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के आह्वान पर गुरुवार को नियोजित शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बांह पर काला पट्टी लगाकर शैक्षणिक कार्य करते हुए सरकार के शिक्षक विरोधी नीति का विरोध किया। संघ के प्रधान सचिव राम कल्याण पासवान ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2004 में एवं बिहार सरकार ने एक सितम्बर 2005 को पुरानी पेंशन योजना को समाप्त कर दिया। 2005 में पुरानी पेंशन बंद होने के बाद नियोजित शिक्षकों के बुढ़ापे का सहारा छिन गया। देश के कुछ राज्यों ने बंद पुरानी पेंशन फिर से लागू कर दिया है। लेकिन बिहार सरकार शिक्षक विरोधी नीति के कारण पुरानी पेंशन लागू करने को लेकर संवेदनहीन बनी हुई है।
जिलाध्यक्ष साकेत सुमन ने कहा कि बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों के मूलभूत समस्याओं के सामाधान को लेकर गंभीर नहीं हो रही है, जिसका प्रतिकूल प्रभाव गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर पड़ रहा है। समय रहते महागठबंधन की सरकार राज्य के नियोजित शिक्षकों को पुरानी पेंशन, समान काम का समान वेतन, राज्यकर्मी का दर्जा दे, अन्यथा आन्दोलन को और तेज किया जाएगा।
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