सिवान न्यूज़: थाना क्षेत्र के सुंदरपुर निवासी एक युवक की जान नशा खुरानी गिरोह ने ले ली. मृतक थाना क्षेत्र के सुंदरपुर गांव का निवासी जयप्रकाश चौधरी 42 वर्ष बताया गया है. बताया जाता है कि सुंदरपुर निवासी जयप्रकाश चौधरी सूरत से अपने बेटे रोहित कुमार और एक दोस्त के साथ ताप्ती गंगा एक्सप्रेस से अपने साले की शादी में शामिल होने गांव आ रहा था.
रात लगभग 10 बजे छपरा स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने पर स्टेशन से बाहर बस पड़ाव जाने के लिए गाड़ी की तलाश कर रहा था. तभी एक बोलेरो से नशा खुरानी के गिरोह के दो सदस्य सीवान चलने की बात कहे. उस बोलेरो में जयप्रकाश व उसका बेटा रोहित दोनों सवार होकर चल दिये . उसने अपने परिजनों से निजी वाहन से आने की सूचना भी दी. बोलेरो में नशा खुरानी गिरोह के सदस्यों ने पेप्सी में नशा का सामान मिलाकर विश्वास में उलेकर उसको पिला दिया. जिससे गाड़ी में सवार बाप-बेटे बेहोश हो गए. मृतक के पुत्र रोहित कुमार ने बताया कि जब कोपा पुल के समीप आये तो उनलोगों ने कहा कि सड़क जाम है. यह कहकर रोहित को उतारकर गाड़ी को घुमाकर दूसरे रास्ते से चलने का बहना बनाकर पेट्रोल पंप पर तेल लेने चले गए. जब सुबह रोहित का होश आया होश आया तो अपने पिता की खोजबीन की. तब तक सुबह में कुछ देर बाद उसके पिता का शव कोपा ओवर ब्रिज के नीचे पड़ा मिला. कोपा के ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना पाकर पुलिस शव को पोस्टमार्टम करा कर एंबुलेंस से भेजकर बड़हरिया के सुंदरपुर गांव में परिजनों को सौंप दी. वह सूरत में एक कपड़ा कंपनी में काम करता था. नशा खुरानी गिरोह के सदस्य उसका सब सामान व नगदी लेकर गायब हो गए.
25 वर्षों से गुजरात के सूरत में कपड़ा मिल में करता था काम मृतक जयप्रकाश यादव लगभग 25 वर्षों से गुजरात के सूरत के कपड़ा मिल में मजदूरी का काम कर परिजनों का भरण पोषण करता था. घर की स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण अपने छोटे पुत्र रोहित को 6 महीना पहले सूरत के कपड़ा मिल में काम करने के लिए लेकर गया हुआ था. साले की शादी समारोह में शामिल होने घर वापस लौटने के क्रम में नशा खुरानी गिरोह के चपेट में आकर जान गंवा दिया.
घर शव पहुंचते ही मचा कोहराम जैसे ही जयप्रकाश का शव एम्बुलेंस से सुंदरपुर गांव लाया गया. शव आते गांव में कोहराम मच गया. परिजनों के चीत्कार से सबकी आंखें नम हो जा रही थीं. मृतक की पत्नी सुगंती देवी, मां लाखिया देवी, पुत्र रोहित कुमार, ओम यादव का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक चार भाइयों में सबसे छोटा था. बड़ा भाई स्वरूप यादव, ध्रुप यादव, पारस यादव और सबसे छोटा जय प्रकाश यादव था.