बिहार

आम के पेड़ से लटकी मिली युवक की लाश, किराए के मकान में रहता था युवक

Admin Delhi 1
9 May 2023 7:36 AM GMT
आम के पेड़ से लटकी मिली युवक की लाश, किराए के मकान में रहता था युवक
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दरभंगा न्यूज़: नगर थाने के शुभंकरपुर चोरिया मंदिर के पास की सुबह आम के पेड़ से लटकी एक युवक की लाश मिली. मृतक की पहचान बहादुरपुर थाने के बघला निवासी जागर धन भगत के 41 वर्षीय पुत्र राम सेवक भगत के रूप में हुई है. वह विशनपुर थाने के केलवागाछी चौक पर पान की दुकान करता था और शिवाजीनगर मोहल्ले में परिवार के साथ किराए के घर में रहता था.

युवक का शव मिलने की सूचना इलाके में जंगल की आग की तरह फैल गयी. इसके बाद वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए. घटना की सूचना मिलने पर सदर एसडीपीओ अमित कुमार व नगर थानाध्यक्ष एचएन सिंह वज्र वाहन के साथ मौके पर पहुंचे और शव को नीचे उतारा. फिलहाल पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि यह हत्या है या आत्महत्या. नगर थानाध्यक्ष एचएन सिंह ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है. एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही घटना के कारणों का पता चल पाएगा. बताया जाता है कि राम सेवक दो दिन पहले स्कूटी लेकर अपनी दुकान से शिवाजीनगर स्थित घर के लिए निकला और रास्ते से ही गायब हो गया. परिजन उसे जगह-जगह ढूंढते रहे लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. परिजनों का कहना है कि युवक के लापता होने को लेकर वे नगर थाना गए थे लेकिन उन्हें बहादुरपुर की घटना बताकर वापस कर दिया गया. की सुबह प्लास्टिक की रस्सी के सहारे पेड़ से लटका हुआ उसका शव पाया गया. वहीं, सड़क किनारे उसकी स्कूटी खड़ी थी.

बघला गांव में शव पहुंचते ही पसरा मातमी सन्नाटा: राम सेवक का शव गांव पहुंचते ही मातमी सन्नाटा पसर गया. उसकी पत्नी चंदा देवी चीत्कार मारकर कह रही थी कि दैबा रे दैबा आब केना हमर चार-चार बेटी के विवाह होतई हो भगवान. वह रोते-रोते बेहोश भी हो जाती है. हंसमुख स्वभाव के पान दुकानदार राम सेवक भगत की लाश एंबुलेंस से उतरते देख पूरा गांव गमगीन हो गया. ग्रामीणों का कहना है कि राम सेवक अपना मोबाईल फोन घर पर छोड़कर दो दिनों से गायब था. की सुबह उसकी लाश पेड़ से लटकती देख किसी ने इसकी सूचना उसकी बड़ी पुत्री सविता को दी. राम सेवक केलवागछी चौक पर लगभग 15 वर्षों से पान की दुकान चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था. चार पुत्रियों साविता (14), श्वेता (12), रीमा (10), राखी (2) और पुत्र सुभाष (8) के भरण-पोषण, शादी-विवाह और पढ़ाई-लिखाई की चिंता उसकी पत्नी को खाए जा रही है. बच्चों की पढ़ाई के लिए ही वह शिवाजीनगर में किराए का घर लेकर रह रहा था. राम सेवक की पत्नी और बेटी ने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, फिर किसने इस घटना को अंजाम दिया, यह समझ से परे है.

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