बिहार
बिहार को केंद्र सरकार ने दी बड़ी सौगात: अब राम जानकी मार्ग 4 लेन का होगा, नेपाल तक जाना होगा आसान
Renuka Sahu
22 Jan 2022 6:03 AM GMT
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फाइल फोटो
उत्तर बिहार के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी सौगात दी है। सीवान के मेहरौना घाट से शुरू होकर सीवान, चकिया-सीतामढ़ी के भीठामोड़ होते नेपाल में समाप्त होने वाला राम जानकी मार्ग अब फोर लेन होगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर बिहार के लिए केंद्र सरकार ने बड़ी सौगात दी है। सीवान के मेहरौना घाट से शुरू होकर सीवान, चकिया-सीतामढ़ी के भीठामोड़ होते नेपाल में समाप्त होने वाला राम जानकी मार्ग अब फोर लेन होगा। बिहार में इस सड़क की कुल लंबाई 243 किमी है। पहले इस सड़क का निर्माण दो लेन होना था। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सूबे के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है।
राम-जानकी मार्ग की शुरुआत यूपी के आयोध्या से हो रही है। कुल परियोजना पर दो हजार करोड़ खर्च होना है। बिहार में यह सड़क सीवान के मेहरौना सीमा में प्रवेश करेगी। उसके बाद सारण जिले के मशरक से गंडक नदी पर सत्तर घाट पुल होते हुए मोतिहारी जिले के मेहसी में पहुंचेगी। मेहसी से यह सड़क शिवहर होते सीतामढ़ी में प्रवेश करेगी और जनकपुर में समाप्त हो जाएगी। चूंकि नेपाल की सीमा से अंतरराष्ट्रीय सीमा शुरू हो जाती है, इसलिए नेपाल में पड़ने वाली सड़क का निर्माण नेपाल सरकार कराएगी। सड़क का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से किया जाएगा।
राम-जानकी पथ में सीवान जिले के दो स्टेट हाइवे को शामिल किया गया है। एसएच-47 गोपालगंज मोड़ से लेकर मेहरौना तक और एसएच-73 वैशाखी से बाइसकट्ठा गांव तक 72 किलोमीटर का सड़क क्षेत्र जिले की परिधि में आएगा। प्रधानमंत्री पैकेज के तहत बनने वाली इस सड़क में सिर्फ 90 किमी सड़क ही 4 लेन मानक के अनुरूप है। शेष 150 किमी दो लेन सड़क के रूप में प्रस्तावित थी। इसी हिस्से को 4-लेन करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया था। सड़क में मेहरौना से सीवान तक लगभग 40 किमी लम्बाई में 4-लेन सड़क निर्माण के लिए मार्गरेखन (एलाइनमेंट) तय हो चुका है।
जमीन के भू-अर्जन का कार्य प्रगति पर है। शेष 200 किमी में से 52 किमी लंबे सीवान-मशरख पथांश को ही 4 लेन सड़क में विकसित करने के लिए भू-अर्जन किया गया है। शेष 31 किमी लंबी राजापटटी-फैजुल्लापुर (8 किमी) एवं केसरिया-चकिया (23 किमी) पथांश को 2-लेन सड़क में विकसित करने के लिए भू-अर्जन कार्य प्रगति पर है। चकिया-शिवहर-सीतामढ़ी-भिटठा मोड़ पथांश के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार किया जाना है। वहीं राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 227ए के मार्गरेखन पर राज्य सरकार द्वारा सत्तर घाट में गंडक नदी पर 2 लेन पुल एवं पहुंच पथ का निर्माण कार्य अपने संसाधनों से किया जा चुका है।
पथ निर्माण विभाग के मंत्री नितिन नवीन ने कहा, 'राम-जानकी मार्ग को फोर लेन करने के लिए 22 नवम्बर 21 को पत्र लिखा था। इस सड़क के धार्मिक महत्व को देखते हुए केंद्र सरकार ने चार लेन की मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार और केंद्रीय मंत्री के प्रति हम आभारी हैं, जिन्होंने राज्य की इस महत्वपूर्ण मांग को स्वीकार कर लिया। इस सड़क के बन जाने से उत्तर बिहार के साथ ही श्रद्धालुओं को विशेष सुविधा होगी।'
यह होगा रूट
सड़क लंबाई लागत राशि
मेहरौना-सीवान 40 किमी 1254 करोड़
सीवान-मशरीख 52 किमी 1351 करोड़
मशरख-चकिया 48 किमी 1450 करोड़
चकिया-भीठामोर 103 किमी 2100 करोड़
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