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औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के अंजनवां बलवंत बिगहा के ईंट भट्ठा पर शनिवार की रात नक्सली टीपीसी संगठन ने हमला बोल दिया। हथियारों से लैस एक दस्ते ने ट्रैक्टरों को आग के हवाले कर दिया, जिसमें एक ट्रैक्टर पूरी तरह जलकर राख हो गया। एक जेसीबी मशीन को भी क्षतिग्रस्त किया गया है। इस दौरान दो ईंट भट्ठा मजदूरों को पीट-पीटकर घायल कर दिया गया। घायलों में गया जिले के गुरुआ थाना क्षेत्र के महापुर निवासी फोटू रिकियासन, सलैया थाना क्षेत्र के लखनपुर निवासी श्याम बिहारी मांझी तथा ईंट भट्टा के मुंशी गया जिले के गुरुआ थाना के सरईटांड़ निवासी उदय सिंह शामिल हैं।
इस ईंट भट्ठे का संचालन अंजनवां निवासी सत्येंद्र यादव के द्वारा किया जाता है। घटना की जानकारी मिलते ही रात में ही स्थानीय पुलिस के अलावा एएसपी अभियान मुकेश कुमार पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पुलिस ने यहां से एक पर्चा भी जब्त किया है जिस पर टीपीसी संगठन के द्वारा घटना को अंजाम देने की बात कही गई है। पुलिस ने इस मामले में एक महिला को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। महिला पर आरोप है कि उसने मुंशी और मालिक को फोन कर ईंट की मांग की थी। नहीं देने पर अंजाम भुगतने की भी बात कही गई थी।
बताया गया कि टीपीसी संगठन का दस्ता रात में यहां पहुंचा और यहां ईंट ढोने में लगे ट्रैक्टर इंजन के चकपर निवासी भोला यादव की पत्नी रंजू देवी के ट्रैक्टर को पूरी तरह जला कर रख दिया। इस पर डीजल छिड़क कर आग लगाई गई। इसके अलावा चकपर निवासी अजय यादव के पुत्र प्रकाश कुमार यादव के ट्रैक्टर की बैट्री में भी आग लगा दी जिससे बैट्री पूरी तरह जल गई जबकि ट्रैक्टर को मामूली नुकसान हुआ। एक अन्य ट्रैक्टर अंजनवां निवासी मोतीलाल पासवान का था जिसमें आग लगा दी गई। हरि यादव के ट्रैक्टर में भी आग लगा दी गई जो आंशिक रूप से जल गया।
टीपीसी संगठन का दस्ता पूरब दिशा से दो बाइक से यहां पहुंचा था जिसमें छह से ज्यादा लोग शामिल थे। घटना को अंजाम देकर सभी लोग यहां से भाग निकले। यहां के मुंशी उदय सिंह ने बताया कि कुछ लोग यहां पहुंचे थे जिनसे पूछताछ की गई तो लाठी डंडा से पीटने लगे। एक व्यक्ति देसी कट्टा लिए हुए था जो ईंट बिक्री के रखे हुए रुपयों की मांग कर रहा था। उनके पास मात्र 5 रुपए तथा दो मोबाइल फोन थे जो कि वे अपने साथ मिलकर चले गए। ईंट भट्ठा के मालिक के पुत्र रणधीर कुमार ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले कुछ शरारती तत्व छह की संख्या में आए हुए थे और मजदूरों से बिके हुए ईंट के पैसे मांग रहे थे।
टीपीसी के द्वारा यहां काफी समय तक उत्पात मचाया गया। गनीमत रही कि ट्रैक्टर में डीजल कम था जिसके कारण कई गाड़ियां जलने से बच गई। बताया गया कि खड़े ट्रैक्टर में आग लगाने का प्रयास किया जाने लगा। कुछ ट्रैक्टर में आग लग गई लेकिन डीजल कम होने के कारण दस्ता यहां से जल्दी से ही निकल गया। एक ट्रैक्टर पूरी तरह जल गया जबकि अन्य को मामूली नुकसान हुआ। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि किसी नए गिरोह का हाथ इस घटना में है।
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