
भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ हिंसक विरोध को नियंत्रित करने में कथित विफलता को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड पर निशाना साधा।
सशस्त्र बलों में भर्ती की शुरू की गई नई 'अग्निपथ' योजना के खिलाफ बिहार में शनिवार को लगातार चौथे दिन भी विरोध-प्रदर्शन जारी रहने को लेकर प्रदेश की सत्ता में सहयोगी भाजपा और जदयू में वाकयुद्ध शुरू हो गया है।भाजपा नेताओं पर हमले के लिए नीतीश सरकार को ठहराया जिम्मेदार
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में इस योजना के खिलाफ हिंसक विरोध को नियंत्रित करने में कथित विफलता को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पर निशाना साधा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के घर पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की थी। उसके बाद उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि जेडीयू ने प्रदेश में हिंसक विरोध को रोकने के लिए अपर्याप्त प्रयास किए। उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार को राज्य में भाजपा नेताओं पर लक्षित हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया।
राज्य भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रशासन के इशारे पर लोगों को निशाना बनाना और पुलिस को मूकदर्शक बनकर किसी खास पार्टी के कार्यालयों में आग लगाते देखना अस्वीकार्य है।
शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए जायसवाल ने आरोप लगाया, ''जब प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को बेतिया जिले में मेरे घर पर हमला किया तो हमने अग्निशमन दस्ते को बुलाया। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन की अनुमति मिलने पर ही दमकल की गाड़ियां आएंगी।'' गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास और भाजपा के कई कार्यालयों में तोड़फोड़ की थी।
जायसवाल ने आगे कहा कि ''विरोध करने का हक सभी को है। विरोध करने में कोई बुराई नहीं है। हम सभी अलग-अलग दल के हैं, लेकिन जिस तरह खास पार्टी के दफ्तरों को निशाना बनाकर जलाया गया, वह गलत है। हम भी प्रशासन का हिस्सा हैं। जो हो रहा है वह बहुत गलत हो रहा है। जिस तरह बिहार में हो रहा है वैसा हिंदुस्तान में कहीं नही हो रहा है।''
भाजपा ने हिंसक प्रदर्शन को बताया साजिश
एक प्रश्न के जवाब में भाजपा नेता ने कहा कि ''जाहिर तौर पर हम सरकार में हैं। लेकिन बिहार में जो घटनाएं हो रही है, वैसी घटनाएं झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी नहीं हुई, जहां हमारी सरकार नहीं है। यह एक साजिश है। प्रशासन को इसे सामने लाना होगा।''
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने घटना की निंदा की
उन्होंने कहा कि संगठन (भाजपा) के अध्यक्ष के तौर पर मैने पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव से बात की है। जायसवाल ने कहा, ''भाजपा के एक नेता के रूप में मैं इस घटना की निंदा करता हूं। ऐसी घटनाएं नहीं रोकी गई तो किसी के लिए भी अच्छा नहीं होगा।''
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया पलटवार
जायसवाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा, ''यह निर्णय केंद्र सरकार ने लिया है। दूसरे राज्यों में भी इसका विरोध हो रहा है। युवा अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं, इसलिए वे विरोध करने उतरे। बेशक हिंसा कोई रास्ता नहीं है। हम हिंसा को स्वीकार नहीं कर सकते। लेकिन भाजपा को यह भी सुनना चाहिए कि इन युवाओं की क्या चिंता है। इसके बजाय भाजपा प्रशासन पर आरोप लगा रही है। प्रशासन क्या करेगा।''
उन्होंने कहा, ''इस सब से प्रशासन का क्या लेना-देना है। निराश भाजपा प्रशासन पर प्रदर्शनकारियों के गुस्से पर काबू पाने में असमर्थता का आरोप लगा रही है। इस योजना के खिलाफ कई भाजपा शासित राज्यों में भी विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। जायसवाल भाजपा शासित राज्यों के सुरक्षा बलों की निष्क्रियता के बारे क्यों बात नहीं कर रहे हैं।'' उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार भाजपा प्रमुख के अनुसार सुरक्षा बलों को भाजपा शासित राज्यों में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए थी।