बिहार

दस दिन की एंटी रैबीज दवा 5 दिन में ही खत्म

Admin Delhi 1
20 May 2023 9:04 AM GMT
दस दिन की एंटी रैबीज दवा 5 दिन में ही खत्म
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मुजफ्फरपुर न्यूज़: एंटी रैबीज वैक्सीन कालाबाजारी में गिरफ्तार सदर अस्पताल का ओटी सहायक नीलेश वैक्सीन बेचने के बाद रिकॉर्ड मेनटेन करने के लिए रजिस्टर पर फर्जी मरीजों केनाम दर्ज करता था. इसमें उसने कई अफसरों का नाम भी लिख दिया. हालांकि अफसरों का पता गलत अंकित करता था.

ओटी सहायक ने पुलिस को बताया है कि फरवरी से मार्च तक 127 और मार्च से अप्रैल के बीच 497 मरीजों का फर्जी नाम अंकित किया था. इस तरह दो माह में उसने 624 मरीजों का फर्जी नाम रजिस्टर में दर्ज किया. ये बातें नीलेश कुमार ने हरियाणा ले जाए जाने से पहले नगर थाने पर की रात पुलिस की पूछताछ में बताई. सदर अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन कालाबाजारी की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद हरियाणा पुलिस को अवगत कराया जायेगा.

नीलेश से पूछताछ में आए तथ्यों के आधार पर कई कर्मचारी इस गोरखधंधे में अब पुलिस की रडार पर हैं. नीलेश अकेले सारा खेल नहीं करता था. इसमें सेंट्रल स्टोर के भी कई कर्मचारी संलिप्त हैं. सवाल यह भी उठ रहा है कि नीलेश अस्पताल के इमर्जेंसी में तैनात था. लेकिन, इमर्जेंसी में कुत्ता काटने की वैक्सीन नहीं दी जाती थी. ऐसे में उसे एंटी रैबीज वैक्सीन कैसे आवंटित होती रही है. नगर थानेदार श्रीराम सिंह ने बताया कि पूछताछ के बाद नीलेश कुमार को हरियाणा के हिसार की पुलिस की देर रात ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई है.

निदेशक प्रमुख को भेजा गया पत्र

सदर अस्पताल में दवा बेचने की जानकारी सीएस ने स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ आरसीएस वर्मा को भेजा है. सीएस ने पत्र में कहा कि इस घटना की जानकारी अब तक डीएस डॉ एनके चौधरी ने नहीं दी है. नीलेश की गिरफ्तारी का मामला सही है. सीएस ने निदेशक प्रमुख को नीलेश पर कार्रवाई की अनुशंसा की है.

सीएस ने इस मामले में अस्पताल उपाधीक्षक और अस्पताल प्रबंधक से शोकॉज किया है. पूछा है कि यह घटना कैसे हुई है?

जांच कमेटी मरीजों का करेगी भौतिक सत्यापन

एंटी रैबीज बिक्री मामले में सीएस ने एसीएमओ डॉ सुभाष प्रसाद सिंह के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन किया. कमेटी में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एनके चौधरी, डॉ ज्ञानेंदु शेखर, डॉ संजीव कुमार पांडेय, डॉ नीवन कुमार शामिल हैं. सीएस ने बताया कि कमेटी सात दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी. कमेटी दवा लेने वालों के घर जाकर भौतिक सत्यापन करेगी.

निदेशक प्रमुख को भेजा गया पत्र

सदर अस्पताल में दवा बेचने की जानकारी सीएस ने स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ आरसीएस वर्मा को भेजा है. सीएस ने अपने पत्र में कहा कि इस घटना की जानकारी अब तक डीएस डॉ एनके चौधरी ने नहीं दी है. नीलेश कुमार की गिरफ्तारी का मामला सत्य पाया गया है. सीएस ने निदेशक प्रमुख को नीलेश पर कार्रवाई की अनुशंसा की है. सीएस ने इस मामले में अस्पताल उपाधीक्षक और अस्पताल प्रबंधक से शोकॉज किया है. पूछा है कि यह घटना कैसे हुई है?

स्टोर में आने वाली दस दिन की एंटी रैबीज दवा पांच दिन खत्म हो जाती थी. बीच में दवा खत्म होने पर फिर से सेंट्रल स्टोर से मंगाना पड़ता था. एक महीने में दो से तीन बार दवाओं का ऑर्डर दिया जाता था. सदर अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि आईसीयू में पांच बेड हैं. कई बार पांचों बेड खाली रहते हैं. ऐसे में ज्यादा दवा की खपत होने पर भी सवाल खड़े होते हैं.

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