
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
तेजस्वी ने केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी आडे़ हाथ लिया। उन्होंने विपक्षी नेताओं पर ईडी, सीबीआई की कार्रवाई पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि अगर ईडी-सीबीआई चाहें तो मेरे घर पर अपना दफ्तर खोल सकती हैं।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने गुरुवार को रोजगार से जुड़े अपने वादे पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि उनकी नवगठित सरकार 2020 में विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए 10 लाख नौकरियां देने के वादे को पूरा करेगी। उन्होंने दावा किया कि उनके बॉस नीतीश कुमार ने संबंधित अधिकारियों को रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश जारी किए हैं।
तेजस्वी ने केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी आडे़ हाथ लिया। उन्होंने विपक्षी नेताओं पर ईडी, सीबीआई की कार्रवाई पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि ईडी-सीबीआई चाहे तो मेरे घर पर अपना दफ्तर खोल सकती है।
जदयू नेता कुमार ने बुधवार को आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले नीतीश कुमार ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ संबंध तोड़ दिया था और राजद-कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के साथ हाथ मिलाकर महागठबंधन की सरकार बनाई थी।
तेजस्वी ने बताया कि सरकारी विभागों में कई पद खाली हैं। हम इन्हें भरकर शुरू करेंगे। विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद जब तक हम पूरी तरह कार्यात्मक नहीं हो जाते, यह खाली पद तब तक के लिए ही हैं। इसके बाद हम इसे भरना शुरू करेंगे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ एक वादा नहीं था, बल्कि बिहार में रोजगार सृजन की तीव्र आवश्यकता को मंजूरी थी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हर बूथ पर, हर ब्लॉक पर लोग उत्साहित हैं। बीजेपी ने लोगों के चेहरों से मुस्कान छीन ली थी। आज यहां भारी संख्या में लोग अपना समर्थन जताने पहुंचे हैं। हम अपना काम शुरू करने के लिए केवल सरकार के उचित गठन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि असली गठबंधन महागठबंधन ही है। यही सरकार गरीब और जनता की सरकार है। हम समाजवादी लोग हैं, हमारा मैनिफेस्टो क्या था?.... पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई, यही था।